स्वास्थ्य उपकेंद्र खोला, स्टाफ भरना भूले

रिकांगपिओ— जिला किन्नौर के अति दुर्गम क्षेत्र में बसे मालिंग गांव के लोगों का स्वास्थ्य राम भरोसे पर चल  रहा है। लोगों व जच्चा -बच्चा के स्वास्थ्य की देख-रेख के लिए सरकार ने मालिंग गांव में उपस्वास्थ्य केंद्र तो खोल दिया, लेकिन उसमें स्टाफ की तैनाती करना भूल गया। ऐसे में यहां के ग्रामीणों को डाक्टरी स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त करने के लिए गांव से करीब 40 किलोमीटर दूर पीएचसी पूह जाना पड़ता है। खास कर सर्दी के मौसम में छोटी-मोटी बीमारी के लिए भी ग्रामीणों को दवाई के लिए कई किलोमीटर दूर जाना पड़ रहा है। मालिंग गांव के ग्रामीण सुनील कुमार, छेरिंग दोर्जे, तंडूब सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2014 से मालिंग उपस्वास्थ्य केंद्र में ताला लटका पड़ा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों द्वारा इस उपस्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ उपलब्ध करवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग सहित जिला प्रशासन व अब तक की सरकारों को भी कई बार अवगत करवाया जाता रहा है, लेकिन केंद्र में स्टाफ की तैनाती नहीं  हो पाई है। उन्होंने वर्तमान भाजपा सरकार व जिला प्रशासन से मांग की है कि उपस्वास्थ्य केंद्र मालिंग में शीघ्र स्थायी स्टाफ की तैनाती की जाए ताकि ऐसे दूरदराज क्षेत्रों में रह रहे लोगों को घर द्वार पर ही स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। उधर, सीएमओ किन्नौर डा. पदम नेगी से इस मामले पर बात करने पर उन्होंने बताया कि उपस्वास्थ्य केंद्र मालिंग में स्थायी स्टाफ नहीं है मगर पूह व लियो से माह में दो बार स्टाफ को मालिंग भेज कर जच्चा-बच्चा के लिए दवाई व टीकाकरण किया जा रहा है।