107 किलोमीटर रहेगी शिमला-चंडीगढ़ की दूरी

कंडाघाट में 700 करोड़ रुपए से बनेंगी दो सुरंगें

सोलन— परवाणू-शिमला फोरलेन का सफर सुहावना बनाने के लिए कंडाघाट में दो सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है। दो-दो किलोमीटर लंबी इन सुरंगों पर करीब 700 करोड़ रुपए खर्च होगा। खास बात यह है कि इन सुरंगों के बनने के बाद शिमला से चंडीगढ़ की दूरी 122 से सिमटकर 107 किलोमीटर रह जाएगी। परवाणू से शिमला तक बनने जा रहे फोरलेन के दूसरे चरण का काम जल्द शुरू होने वाला है। इस कार्य के लिए एक निजी कंपनी को टेंडर भी दे दिया गया है। कंडाघाट बाजार के लोगों के लिए खुशी की बात यह है कि फोरलेन मुख्य बाजार से होकर नहीं गुजरेगा। फोरलेन निर्माण के लिए कंडाघाट के पास टू-वे सुरंग का निर्माण किया जा रहा है। यह सुरंग करीब दो किलोमीटर लंबी होगी। हो सकता है कि इस सुरंग का इस्तेमाल चंडीगढ़ से शिमला जाने के लिए किया जाए। इसी प्रकार कैथलीघाट व कंडाघाट के समीप में भी एक अन्य दो किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण किया जा रहा है। हो सकता है कि इस सुरंग का भी प्रयोग शिमला से चंडीगढ़ जाने के लिए किया जाए। यह सुरंग भी टू-वे ही होगी। परवाणू-शिमला फोरलेन की ये दोनों सुरंगें सबसे अधिक लंबी होंगी और पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेंगी। इन दोनों सुरंगों का टेंडर जल्द ही निजी कंपनी को करीब 700 करोड़ रुपए में दिया जा रहा है। दावा यह भी किया जा रहा है कि 36 माह में ये दोनों सुरंगें बनकर तैयार हो जाएंगी। दोनों सुरंगे टू-वे होंगी, इसलिए प्रत्येक की चौड़ाई 12 मीटर रखी गई है। इन दोनों सुरंगों के बनने के बाद शिमला से चंडीगढ़ की दूरी भी काफी कम होगी। करीब 12 किलोमीटर का सफर वर्तमान की अपेक्षा कम हो जाएगा, जबकि इससे पूर्व एक सुरंग बड़ोग बाईपास पर भी बनकर लगभग तैयार है। आने वाले छह महीने में इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। करीब 940 मीटर लंबी इस सुरंग पर भी करीब 150 करोड़ रुपए खर्च हुआ है। इसके बनने के बाद दो से तीन किलोमीटर सफर कम होगा।

विदेशी तकनीक की सुरंगें

सुरंग सीमन इंडिया कंपनी द्वारा बेहद कम समय में बनाकर तैयार की गई है। सुरंग बनाए जाने के लिए विदेशी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। यदि सीमन कंपनी को ही कंडाघाट से कैथलीघाट के बीच में बनने वाली दोनों सुरंगों को टेंडर दिया जाता है, तो ये भी विदेशी तकनीक के माध्यम से तैयार की जाएंगी। राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण बोर्ड के आरपीडी गुरसेवक सिंह का कहना है कि जल्द ही कंडाघाट के समीप बनने वाली दोनों सुरंगों का टेंडर जारी किया जा रहा है तथा निर्धारित समय अवधि में ये दोनों तैयार कर दी जाएंगी।