आर्टिफिशियल ज्वेलरी पर आया दिल

धर्मशाला —नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम धर्मशाला में चल रहे गांधी शिल्प बाजार में हस्तकारीगरों द्वारा तैयार की गई आर्टिफिशियल ज्वेलरी युवतियों और महिलाओं की पहली पसंद बनी हुई है। इसके अलावा बेडशीट, विभिन्न प्रकार के सूट और घर का सजावटी सामान भी लोग हाथोंहाथ खरीद रहे हैं। भारतीय हस्तशिल्प की सांस्कृतिक परंपराओं व विरासत को अपने में समेटे यह शिल्प बाजार 18 मार्च तक चलेगा। विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार और राज्य हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम के तत्त्वावधान में यह मेला लगाया गया है। धर्मशाला में गांधी शिल्प बाजार के नाम से आयोजित इस दस दिवसीय मेले में देशभर के 100 के लगभग हस्तशिल्प कारीगरों ने अपने-अपने उत्पाद के स्टाल लगाए हैं। बुधवार को लोगों ने सहारनपुर के फर्नीचर की भी खरीददारी की है। इसके अलावा देश भर से आए हुए कलाकारों की प्रतिभा देखने के लिए अधिक संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। शिल्प मेले में पंजादरी बनारस की साडि़यां, जम्मू-कश्मीर की पश्मीना शाल व पेपरमेशी, होशियारपुर पंजाब से फुलकारी सूट एवं मैसूर का वुडनग्लो एवं वुडकार्विंग, सहारनपुर का लकड़ी का फर्नीचर, इंदौर का लेदर शिल्प, गुजरात के पर्स और बैग, पश्चिम बंगाल की साड़ी, राजस्थान की पेंटिंग, मधुबनी पेंटिंग बिहार, उत्तर प्रदेश के लखनवी सूट, कोल्हापुर की चप्पल एवं गोवा का क्रोशिया क्राफ्ट, कुल्लू की शाल व चंबा का रूमाल एवं धार का बाघ प्रिंट इत्यादि शिल्पों का प्रत्यक्ष प्रदर्शन एवं बिक्री खूब हो रही है। मेले में सूटों, घर में साजो-सजा के सामान ओर फर्नीचर को लोगों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है। साथ ही कुल्लू के सिड्डू और राजस्थानी लजीज व्यंजन भी लोगों को खूब आकर्षित कर रहे हैं।