एनआर अस्पताल में न्यूरो सर्जरी  

 बिलासपुर  — चांदपुर में स्थित एनआर अस्पताल के अनुभवी एवं दक्ष चिकित्सकों द्वारा जिला के पहले न्यूरो सर्जरी मामले में सफल आपरेशन कर न सिर्फ मरीज को राहत पहंुचाई है बल्कि बिलासपुर के चिकित्सकीय इतिहास में पहला इस तरह का आपरेशन कर इतिहास रच दिया है। न्यूरो सर्जरी के पहले आपरेशन को सफलतापूर्वक करने वाले एनआर अस्पताल के डा. नरेश कालिया और उनकी तमाम टीम वास्तव में बधाई की पात्र है। क्योंकि इस प्रकार के आपरेशन के लिए इससे पहले शिमला, टांडा या चंडीगढ़ आदि स्थानों पर जाना पड़ता था, जिससे धन के साथ-साथ समय की भी भारी बर्बादी होती थी। इसी सफलता को लेकर बुधवार को एनआर अस्पताल में बाकायदा पत्रकारवार्ता का आयोजन किया गया। इसमें डा. नरेश कालिया डीएनबी सर्जरी, पूर्व रजिस्ट्रार न्यूरो सर्जरी (आईजीएमसी शिमला), डा. पंकज शर्मा गायनी स्पेशलिस्ट व पूजा शर्मा डायरेक्टर मौजूद रहे। मूलत झंडूता के रहने वाले डा. नरेश कालिया ने बताया कि उन्होंने झंडूता के मरीज बृजलाल (74) का सफल आपरेशन किया। उन्होंने बताया कि बृजलाल को सिर में असहनीय दर्द थी, जांच करने पर पाया गया कि उनके मस्तिष्क में क्लोड्स बनना शुरू हो गए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए मरीज का आपरेशन किया गया। अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की बीमारियों को नजरअंदाज करना कई बार घातक सिद्ध होता है। सिर में लगातार दर्द का होना, चक्कर आना, कुछ अंगों का काम करना बंद होना आदि इस रोग के लक्षण है, ऐसे में तुरंत चिकित्सक के पास आना चाहिए। उन्होंने बताया कि बाहरी राज्यों या अन्य चिकित्सकीय संस्थानों में इस प्रकार के आपरेशन का कम से कम खर्च करीब एक लाभ आ जाता है, लेकिन बिलासपुर एनआर अस्पताल में 30-35 हजार में सफल आपरेशन हुआ। डा. नरेश कालिया ने बताया कि कई बार दुर्घटना में हैड इंजरी के मरीजों को सुविधा के अभाव में रैफर कर दिया जाता है लेकिन समय के अभाव में अप्रिय घटना हो जाती है। अब न्यूरा सर्जरी की सुविधा बिलासपुर में मिलना शुरू हो गई है।

सुविधा मिलने से लोगों में खुशी

एनआर अस्पताल की डायरेक्टर पूजा पाल शर्मा ने बताया कि बिलासपुर वासियों के लिए यहां पर न्यूरो सर्जरी के आपरेशन का होना राहत भरी खबर है। उन्होंने बताया कि लोगों को हर चिकित्सकीय सुविधा बहुत कम दामों पर देना एनआर अस्पताल का ध्येय है। इसी कड़ी में आगामी एक मई से दवा रोग विशेषज्ञ (एमडी) और नेत्र रोग विशेषज्ञ, कार्डियोलॉजी इको सुविधा के साथ-साथ आईसीयू की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।