एयरपोर्ट पहुंचे यात्री रद्द कर दीं उड़ानें

कुल्लू – जीएडी के फरमान ने लाहुल के यात्रियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। लाहुल-स्पीति के लोगों की दिक्कतें पिछले दिनों हुई बर्फबारी से बढ़ गई हैं, वहीं अब जीएडी ने लाहुल-स्पीति के यात्रियों को ऐसा गहरा झटका दिया कि शेड्यूल जारी करने के बाद भी  हेलिकाप्टर उड़ाने नहीं  भरी। शुक्रवार को सामान्य प्रशासनिक विभाग के एक आदेश ने यात्रियों को परेशान कर दिया। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को लाहुल के उदयपुर, बारिंग और स्टिंगरी हेलिपैडों के लिए तीन उड़ानें प्रस्तावित थी, ऐसे में सभी यात्री सुबह भुंतर एयरपोर्ट पहुंच गए। जबकि उदयपुर के यात्रियों को एयरपोर्ट के अंदर  भेज गया। अंतिम समय में जीएडी ने फरमान जारी कर तीनों उड़ानों को रद्द कर दिया, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। बताया गया कि मंडी जिला में नवनिर्मित एक हेलिपेड पर ट्रायल उड़ान करवाया जाना है इसलिए राज्य सरकार ने हेलिकाप्टर को घाटी न भेज कर मंडी भेज दिया। सरकार के इस तुगलगी आदेश का घाटी के लोगों ने कड़ा विरोध किया है। पूर्व विधायक रवि ठाकुर, जनजातीय युवा मंच के अध्यक्ष एवं जिप सदस्य सुदर्शन जस्पा, जिप उपाध्यक्ष शशि किरण समेत कई जनप्रतिनिधियों ने कहा कि सरकार को जनजातिय लोगों की दिक्कतों से कोई सरोकार नही है। सुदर्शन ने कहा कि ट्रायल उड़ान की बजाय जनजातीय क्षेत्रों के लिए प्राथमिकता के आधार पर उड़ान करवाना चाहिए। लाहुल की उड़ानों के बाद ट्रायल उड़ान करवाया जा सकता था, लेकिन सरकार ने जनजातीय लोगों की दिक्कतों को दरकिनार कर सीएम के इलाके को प्राथमिकता दी है। जस्पा ने कहा कि अगर ट्रायल उड़ान करवाना ही था तो एक दिन पहले इसकी सूचना जारी करना चाहिए था। कहा कि क्या जनजातीय लोगों का कोई मान सम्मान नहीं रह गया है। रवि ठाकुर ने कहा कि इस भेदभाव पूर्ण रवैये ने साबित कर दिया है कि सरकार की नजरों में जनता की समस्याएं गौण हैं। उन्होंने भाजपा से सवाल किया है कि क्या यही अच्छे दिनों की शुरुआत है। गुलाबा बेरियर में अनुमति नहीं मिलने और रोहतांग टनल में आवाजाही बंद होने से जनजातीय लोगों के पास हेलिकाप्टर की आवाजाही का विकल्प बचा है। उड़ान प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि शुक्रवार को सुबह उदयपुर के यात्रियों को उड़ान भरने के लिए भुंतर एयरपोर्ट के अंदर लाया गया, लेकिन अंतिम समय मे जीएडी से आदेश मिला कि हेलिकाप्टर अब लाहुल की बजाय मंडी के लिए उड़ान भरेगा। लिहाज घाटी की तीनों प्रस्तावित उड़ानों को रद कर दिया गया। यात्री रमेश, टशी, दलीप, अनिल, प्रेम, संगीता, दिनेश, शिव ने बताया कि उड़ाने रद्द होने से उन्हें खासा परेशानी से जूझना पड़ा है। उन्होंने बताया कि सुबह करीब सात बजे भुंतर एयरपोर्ट पहुंच गए थे, जबकि यहां से लगभग दस बजे हेलिकाप्टर ने मंडी के लिए उड़ान भर। सरकार की इच्छा शक्ति होती तो सुबह दस बजे तक लाहुल के दो राउंड लग गए होते, लेकिन ऐसा न हो सका। अशोक कुमार ने बताया कि अगली उड़ान कब होगी, इसको लेकर फिलहाल कोई आदेश नहीं मिला है।

एसडीएम भी इंतजार में

उड़ान रद होने से उदयपुर के नए एसडीएम सुभाष गौतम अभी तक अपनी ज्वाइनिंग नहीं दे पाए हैं। दो महीने से एसडीएम का पद खाली होने से लोगों के कई सरकारी काम लटके हैं।