कुल्लू पहुंची शिमला की स्पेशल टीम

मनाली – एनजीटी के आदेशों के बाद जिला में होटल व्यवसायियों पर हो रही कार्रवाई को देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी डिफाल्टरों पर कार्रवाई करने का मन बना लिया है। 31 मार्च को खत्म हो रही होटलों की एनओसी को लेकर जहां  बोर्ड के कार्यालय में होटलियर्ज का तांता लगा हुआ है, वहीं अब इस मामले की गंभीरता को देखते हुए व बोर्ड के कार्यालय में वर्कलोड कम करने के लिए विभाग के उच्चाधिकारियों ने शिमला से एन्वायरनमेंट इंजीनियर अजीत नेगी की अध्यक्षता में एक कमेटी को कुल्लू स्थित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यालय में दो दिन के लिए तैनात किया है। यह कमेटी दो दिन के भीतर बोर्ड के कार्यालय में जिला के होटलियर्ज के बोर्ड से संबंधित कार्यों को निपटाएगी। जिला प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी प्रदीप मोदगिल ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि जिला के मनाली, कुल्लू, कसोल सहित अन्य क्षेत्रों में एनजीटी के आदेशों के बाद हो रही होटल की सभी छोटी-बड़ी इकाइयों की जांच के बाद उनके कार्यालय में भी काम का अतिरिक्त बोझ है। ऐसे में बोर्ड के उच्चाधिकारियों ने यह फैसला किया है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में शिमला से विशेष अधिकारियों की अध्यक्षता में कमेटियों को दो-दो दिन के लिए भेजा जाएगा, जहां पर ये कमेटियां कारोबारियों की समस्याओं को जिला स्तर पर ही  सुलझा देंगी। जानकारी के अनुसार जहां पर्यटन विभाग ने 65 होटलियर्ज को अपने नियमों में खरा न उतरने पर नोटिस जारी किए हैं, वहीं एनजीटी ने अपने स्तर पर जुटाए आंकड़ों के तहत करीब 1700 होटलों की जांच करने को कहा है। ऐसे में 25 कमरों से नीचे के छोटी होटल इकाइयां भी अब जांच के दायरे में आ चुकी हैं। सभी विभागों को 31 मार्च तक इस पूरे मामले की अपने-अपने स्तर पर जांच करने को कहा गया है। ऐसे में पर्यटन विभाग, टीसीपी व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ वन विभाग भी खासी कसरत करते नजर आ रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने तो कुल्लू-मनाली में होटलियर्ज की समस्याओं के समाधान के लिए व रिकार्ड की जल्द से जल्द जांच करने के लिए शिमला से कमेटी को बुधवार को कुल्लू में तैनात करवा दिया है। ऐसे में अब होटलियर्ज की एनओसी संबंधित कार्यों में जहां रफ्तार मिलेगी, वहीं बोर्ड का कार्य भी तेजी से होगा। जिला में मौजूद होटल इकाइयों से जुड़े नुमाइंदों ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के इस फैसले को सराहा है साथ ही उनका कहना है कि बोर्ड के कार्यालय में स्टाफ की कमी के कारण जहां काम अधिक हो जाने से उन्हें दिक्ततों का सामना करना पड़ रहा था। अब बोर्ड की स्पेशल टीम कुल्लू पहुंच जाने से उनके काम तेजी से हो सकेंगे। उधर, बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि कोई भी कारोबारी किसी भी तरह की सूचना व दस्तावेज जांच करवाने के लिए बेझिझक बोर्ड के कार्यालय कुल्लू में पहुंच सकता है।