‘खुशनसीब है मां तेरे लाल ने तिरंगा ओढ़ा है’

रोटरी भवन पालमपुर में आयोजित शहीदी दिवस पर कवियों ने जमाया रंग

पालमपुर – कवियों का पैगाम शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को रोटरी भवन पालमपुर में आयोजित किया गया। भारत विकास  परिषद पालमपुर के सौजन्य से शहीदी दिवस पर इस कवि गोष्ठी में इलाके के लगभग दो दर्जन कवियों ने शहीदों की वीर गाथाओं पर अपनी-अपनी कविताएं सुनाकर भारत माता के सम्मान के साथ देशभक्तों को समर्पित किया।  इस कवि गोष्ठी में बतौर मुख्यातिथि पालमपुर एसडीएम पंकज शर्मा ने शिरकत की, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता रचना साहित्य मंच के अध्यक्ष   सुशील पुल्ल ने की। राष्ट्रीय कवि संगम के संरक्षक डा. सतिंद्र शर्मा ने इस मौके अपनी विशेष उपस्थिति दर्ज करवाई। दीप प्रज्वलित के साथ ही कार्यक्रम का आगाज हुआ डाक्टर एसके  सुबैया ने शहीदों को नमन करते हुए मां भारती-मां भारती यह आरती मैं गाऊंगा। मां केसरी परचम तेरा उस पार लहराऊंगा। इसी तरह कुमारी सरिता देवी ने शहीदों को समर्पित अपनी कविता इस तरह से कहीं हमारे गुलामी के धब्बे लहू से धोए थे, धरती में बीज नहीं, बल्कि उन्होंने शीश बोये थे। कवि जितेंद्र शर्मा ने सुंदर शब्दों में कहा  जीवन उनका नहीं, जो इससे डरते हैं, जीवन उनका है जो युद्ध मैदानों में लड़ते हैं। रमेश कटोच ने पंचरुखी के शहीद कर्मचंद की गाथा पर पहाड़ी में कविता पाठ किया, शहीद तां शहीद  होंदे, तिन्हा दा अपना पराया कोई नई हुंदा। कोतवाल एडवोकेट में शानदार कविता का पाठ कर कहा ् मानव धर्म नहीं सिखाता हिंसा और खून खराबा यह कैसी आजादी आई, घर आंगन वीरान पड़े हैं। इंजीनियर सुरेश दीक्षित  ने आती नहीं मां याद अब, सरहद को घर बनाया है। आऊंगा वापस शेर बनकर, खुशनसीब है मां तेरे लाल  ने तिरंगा ओढ़ा है। अनीता भारद्वाज की पंक्तियां कुछ ऐसी थीए कर चले हम फिदा जानो तन साथियों अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों के गीत पर उपस्थित जनसमूह की आंखें नम कर दीं। इस कवि गोष्ठी में अरुण कनोजिया, सतिंद्र शर्मा, सुशील  फुल्ल व सरोज ने भी अपनी कविताओं के साथ देश भक्ति उजागर किया। इस कार्यक्रम में शक्ति चंद, जिला भाजपा अध्यक्ष विनय शर्मा, भारत विकास परिषद के प्रदेश अध्यक्ष हरीश चावला, जितेंद्र भारत विकास परिषद के अध्यक्ष संजय सूद, कमल सूद व मनोज रतन मौजूद रहे।