जीजा ने 17 हजार में बेच दिया साला

मनाली में कारोबारी के साथ हुई डील, बच्चे ने कल्याण समिति को दिया बयान

मंडी— हिमाचल में प्रवासी बच्चों की तस्करी का गोरखधंधा चल रहा है। इस बात का खुलासा शुक्रवार को मंडी में मनाली में बेचे गए 14 साल के बच्चे ने बाल कल्याण समिति के समक्ष बयान में दिया। अब बच्चे को माता-पिता के हवाले करने के लिए कार्रवाई की जा रही है, तब तक यह बच्चा शिमला के बल्देयां केंद्र में रहेगा। जानकारी के अनुसार बच्चे को उसी के ही जीजा ने मनाली में एक व्यवसायी के पास 17 हजार रुपए में बेचा था। कुछ दिन काम करने के बाद जब व्यवसायी बच्चे को मारने लगा, तो वह डर के मारे वहां से भाग गया। इसके बाद वह बस में बैठा और कंडक्टर ने उसे पंडोह में उतार दिया। पंडोह में बच्चे को घूमते हुए किसी शख्स ने देखा, तो उसे पुलिस के पास ले गया, जहां से 1098 पर कॉल करने के बाद चाइल्ड ने बच्चे को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया। बाल कल्याण समिति के पास बच्चे ने बयान दिया है कि वह बिहार के बौद्ध गया का रहने वाला है और कुछ समय पहले एक ठेकेदार, जो उसका जीजा है, उसी ने इस बच्चे को मनाली में एक व्यवसायी को बेच दिया था। बच्चा चौथी तक पढ़ा है और खरीददार और बेचने वाले को पहचान सकता है। ऐसे में अगर पुलिस इस मामले की गहनता से जांच करे, तो आरोपियों को दबोचा जा सकता है।