टांडा में अब डिस्पेंसरी ढूंढने की टेंशन खत्म

टीएमसी – डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज टांडा स्थित अस्पताल में अब आपको डिस्पेंसरी का पता नहीं पूछना पड़ेगा। बस अस्पताल में एंट्री कीजिए और आपको सामने नजर आएगी डिस्पेंसरी। अकसर निःशुल्क दवाइयों के लिए टांडा की डिस्पेंसरी को ढूंढने वाले मरीजों को अस्पताल प्रशासन ने राहत पहुंचाई है। अस्पताल की मेन बिल्डिंग के एंट्री गेट पर ही डिस्पेंसरी के लिए शैड बनाया जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि एक सप्ताह के भीतर यहां दवाइयां मिलनी शुरू हो जाएंगी। बताते चलें कि पिछले दिनों ‘दिव्य हिमाचल’ ने प्रकाशित समाचार में इस बात का जिक्र किया था कि भले ही सरकार अस्पताल में मरीजों के लिए 330 निःशुल्क दवाइयां देने की बात करती हो, लेकिन टांडा अस्पताल में मरीजों को डिस्पेंसरी ही नहीं मिलती। क्योंकि यह लैब के अंदर जाकर कोने में बनाई गई थी। दवा लेने वालों कोे लगता था कि अंदर लैब है ऐसे में वे यहां-वहां भटकते रहते थे। लेकिन अस्पताल ने मरीजों की इस समस्या को समझा और एंट्री गेट के बिलकुल सामने इसे स्थापित करने की योजना बनाई। टांडा अस्पताल के एमएस डा. गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि लोगों की सहूलियत को देखते हुए इसे यहां बनाया जा रहा है। पहले मरीजों को परेशानी होती थी।