टिक्कर में देवदार के 15 स्लीपर पकडे़

पहली मार्च को गश्त के दौरान वन विभाग कर्मियों के हत्थे चढ़े तस्कर, मामला दर्ज

पद्धर – वन विभाग ने चौहारघाटी के टिक्कर में देवदार की अवैध लकड़ी के पंद्रह स्लीपर बरामद किए। फोरेस्ट रेंज टिक्कन के आरओ टेक चंद ने बताया कि विभागीय वन रक्षक विशाल, सुखनंद, विनोद कुमार, छोटू यादव तथा वनकर्मी नेत्र सिंह और श्याम चंद पहली मार्च की रात करीब साढ़े आठ बजे टिक्कर गला के आसपास गश्त पर थे। इस दौरान उन्होंने सुधार मार्ग से ऊपर की ओर को किसी वाहन के आने की रोशनी देखी। लंबे समय तक वाहन के न आने बाद सभी वनकर्मी मार्ग में पैदल आगे निकल गए। टिक्कर गांव के पास उन्होंने जीप (एचपी 76-2322) खड़ी पाई, जिसमें देवदार के पंद्रह स्लीपर भरे हुए थे, लेकिन वाहन के पास कोई भी मौजूद नहीं था, जबकि जीप की चाबी अंदर ही लगी हुई थी। महकमे के अधिकारियों ने चाबी को कब्जा में ले लिया। थोड़ी देर में जीप चालक इंद्र सिंह पुत्र दुगलु राम, जब जीप के पास पहुंचा तो उसने जीप की चाबी गायब पाई। वन विभाग के दल को देख कर वह हक्का बका रह गया। युवक ने फोन कर अपने दोस्त बुला लिए। तुरंत ही एक कार में आधा दर्जन युवक वहां पहुंच गए और विभागीय दल के साथ गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी देने लगे। इंद्र सिंह और उसके दोस्तों ने जीप की दूसरी चाबी लाकर वाहन में भरे स्लीपरों को ढांक में फेंक कर जीप को अपने घर करसेहड़ के पास पार्क कर दिया। बाद में रात्रि करीब बारह बजे पुलिस और वन विभाग आरओ टेक चंद मौका पर पहुंच कर वाहन और ढाक में फेंके गए स्लीपरों को कब्जे में ले लिया है, जिनकी कीमत करीब 58 हजार आंकी गई है। मामले की जांच कर रहे हैड कांस्टेबल ठाकुर सिंह ने बताया कि वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लकड़ी और जीप को वन विभाग के सुपुर्द कर दिया है। मामले की पुष्टि एसपी मंडी गुरुदेव चंद शर्मा ने की है।