डाक्टर की सलाह के बिना न डालें आंखों में दवाई

हमीरपुर – स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जिला हमीरपुर द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सावित्री कटवाल के निर्देशानुसार विश्व गलूकोमा सप्ताह का आयोजन क्षेत्रीय अस्पताल हमीरपुर में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नेत्र विशेषज्ञ डा. शशिदत्त ने की। इस अवसर पर नेत्र जांच शिविर तथा जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।  कार्यक्रम में स्वास्थ्य शिक्षक शारदा सारस्वत, बीसीसी सुलोचना देवी, ओपथलमिक आफिसर रविकांत डोगरा तथा आशा वर्कर उपस्थित रहे। नेत्र विशेषज्ञ डा. शशिदत्त ने बताया कि अगर हम समय-समय पर आंखों की जांच करते रहें, तो गलूकोमा (काला मोतिया) से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि 40 वर्ष की उम्र के बाद हर साल आंखों की जांच करवानी चाहिए।  अंधता का मुख्य कारण मोतियाबिंद, गलूकोमा, मधुमेह रैटीनोपैथी, आंख में चोट लगना, कारनियल अंधता आदि है। आंखों में कोई भी दवाई डाक्टर की सलाह के बिना नहीं डालनी चाहिए। आंखों के रोग लाल आंखें रहना, आंखों में जलन रहना, मोतियाबिंद, रैटीनल डिस्आर्डर, रतौंधी, कंजकवाइटिस, कारनियल डिस्आर्डर हैं। आंखों की बीमारी होने पर डा. की सलाह अनुसार नियमित दवाई डालनी चाहिए। इस अवसर पर स्वास्थ्य शिक्षक शारदा सारस्वत ने बताया कि आंखों को स्वस्थ रखने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, पीले फल व दूध का सेवन करना चाहिए।