शिमला —अंतरराष्ट्रीय बेरोजगारी-विरोधी दिवस के उपलक्ष्य पर भारत की जनवादी नौजवान सभा (डीवाईएफआई) शिमला शहरी कमेटी ने डीसी आफिस के बाहर धरना दिया। डीवाईएफआई ने बढ़ती बेरोजगारी पर चिंताते हुए सरकार से विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े पदों को तुंरत भरने व स्थायी रोजगार देने की मांग की। डीसी आफिस के बाहर हुए धरने को संबोधित करते हुए डीवाईएफआई नेताओं ने कहा कि केंद्र व प्रदेश में सतारूढ़ रही सरकारों की गलत नीतियों की बजह से दिन प्रतिदिन बेरोजगारी बढ़ रही है। 1991 के बाद लागू की गई नई आर्थिक नीतियों के कारण सार्वजनिक क्षेत्र मे नौकरियों मे गिरावट आई है। राज्य में मात्र अनुबंध, अंशकालीन व केजुअल आधार पर रोजगार दिया जा रहा है, जहां युवाओं का जमकर शोषण हो रहा है। धरने को राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बलबीर पराशर, जिला उपाध्यक्ष दिनेश मेहता, शहरी सचिव कपिल शर्मा, अशोक ठाकुर, नोवल ने संबोधित किया। इस मौके पर करिश्मा, शोर्य, बाबू, रिशु, बालक राम, मदन, राकेश, चंद्रकांत, दिक्षा चौहान, रुचिका, अनिल, राकेश, क्रांति ठाकुर, प्रियंका, रिंकू राणा, विवेक, रोनी भलूणी सहित कई कार्यकर्ता शामिल रहे।