तीन माह से वेतन को तरसे पंचायत फेसिलिटे्टर

पांवटा साहिब – आईआईआरडी यानी इंस्टीच्यूट ऑफ इंटीग्रेटिड रूरल डिवेलपमेंट के द्वारा पंचायतों में रखे गए पंचायत फेसिलिटे्टर संस्थान के खिलाफ लामबंद होना शुरू हो गए हैं। तीन माह से सैलरी न मिलने पर अब ये खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। सिरमौर की विभिन्न पंचायतों में कार्य कर रहे परेशान युवाओं ने इस मामले को लेकर पांवटा साहिब के विश्राम गृह में एक बैठक की। इसमें निर्णय हुआ कि मामले को लेकर प्रशासन और सरकार को शिकायत भेजकर न्याय की मांग की जाएगी। बैठक के बाद पंचायत फेसिलिट्ेटर ने एसडीएम पांवटा से मुलाकात की और उन्हें शिकायत की प्रति सौंपी। इनका कहना है कि नियुक्ति के समय संस्थान ने उन्हें सैलरी पर रखा। पंचायतों में जाकर उन्होंने कार्य किया। एक माह बाद जब उन्होंने सैलरी की मांग की तो पहले तो टालमटोल किया गया और बाद में उन्हें पंचायतों में मेंबर बनाकर प्रत्येक मेंबर से दो हजार रुपए लेने को कहा।  हर माह कम से कम पांच मेंबर बनाने का टारगेट उन्हें दिया गया, जबकि नियुक्ति के समय इस प्रकार की कोई बात तय नहीं हुई थी। उनके साथ संस्थान ने भद्दा मजाक किया है, जिस पर प्रशासन ने कार्रवाई की मांग की जाएगी। पंचायत फेसिलिट्ेटर संतोष कुमार, विपिन चौहान, कुलदीप सिंह, स्वाति शर्मा, करिश्मा, मेहंदी शर्मा, अजय सिंह, रजनी चौहान, इमरान कादरी, अतर चौहान आदि ने बताया कि संस्थान ने मिशन रिव के नाम से प्रोजेक्ट चलाकर उनसे कार्य करवाया, लेकिन उन्हें पिछले तीन माह से कोई सैलरी नहीं दी है।  एसडीएम पांवटा एलआर वर्मा ने शिकायत मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच के लिए उच्चाधिकारियों को शिकायत प्रेषित की जा रही है।