दियोटसिद्ध में 70 हजार शीश झुके

दियोटसिद्ध  —चैत्र मेलों के छठे दिन रविवार को दियोटसिद्ध पहुंचने वाले भक्तों की संख्या दोगुनी हो गई। रविवार को 70 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा की नगरी में हाजिरी भरी। रात 11 बजे से मंदिर में दर्शनों के लिए लाइनें लगना शुरू हो गई थीं। पांच घंटे के लंबे अंतराल के बाद बाबा की गुफा के दर्शन हो रहे थे। भक्ति में शक्ति को प्रमाण प्रस्तुत करते हुए श्रद्धालुओं ने घंटों लाइन में लगकर बाबा बालकनाथ के दर्शन किए। शनिवार शाम को ही श्रद्धालुओं का अधिक संख्या में तांता लगना शुरू हो गया था। मंदिर परिसर से लेकर अंतिम गेट तक लाइन लग गई थी। करीब चार से पांच घंटे लाइन में लगने के बाद बाबा बालकनाथ के दर्शन हुए। बाबा के जयकारों से पूरा दियोटसिद्ध गूंज रहा था। रोट प्रसाद व झंडा हाथ में पकड़े श्रद्धालु बाबा के जयकारे लगा रहे थे। वहीं, पूरी नगरी भी बाबा की भेंटों से गूंज रही थी। दुकानों में भी बाबा बाकलनाथ की महिमा का गुणमान हो रहा था। जाहिर है कि मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। पुलिस के जवान दिन-रात पहरा दे रहे हैं। सुरक्षा के लिहाज से महिला पुलिस कर्मी भी तैनात हैं। मंदिर परिसर से लेकर मुख्य गेट द्वार तक पुलिस का कड़ा पहरा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लंगर की व्यवस्था की गई है। वहीं, मंदिर में मन्नत के अनुसार बकरे चढ़ाए जा रहे हैं। बकरे दियोट नाम राक्षस को चढ़ाए जाते हैं। वहीं, प्रसाद का भोग बाबा बाकलनाथ को लगता है। शाहतलाई गुरनाझाड़ी से होकर श्रद्धालु दियोटसिद्ध पहुंच रहे हैं। मंदिर अधिकारी प्रेम सिंह भाटिया ने बताया कि करीब 70 हजार श्रद्धालुओं ने रविवार को दियोटसिद्ध में बाबा के दर्शन किए हैं। इनकी सुविधा के लिए सभी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।  चप्पे-चप्पे पर पुलिस का कड़ा पहरा है। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस ने कड़े प्रबंध किए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर 24 घंटे खुला है।