दिलमन में सजा मशीनरी प्रदर्शन मेला

नौणी —डा. वाईएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के वैज्ञानिकों का यह लगातार प्रयास रहा है कि कृषि और उससे जुड़ी गतिविधियों को आसान बनाने के लिए नई प्रौद्योगिकियों को विकसित करने और इसे किसानों तक पहुंचाने के लिए निरंतर कार्य किए जाएं। इसी कोशिश को जारी रखते हुए, हाल ही में आईसीएआर के ऑल इंडिया को-ऑर्डिनेटेड रिसर्च प्रोजेक्ट के पोस्ट-हार्वेस्ट इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (पीएचईटी) सोलन सेंटर ने सिरमौर जिला के दिलमन पंचायत में एक प्रौद्योगिकी और मशीनरी प्रदर्शन मेला का आयोजन किया। इस वर्ष के मेले का विषय खाद्य प्रसंस्करण के माध्यम से आय में बढ़ोतरी था, जिसमें 200 से अधिक किसानों और विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने भाग लिया। केंद्र के समन्वयक डा. देवीना वैद्य और सह-संयोजक डा. मनिषा कौशल और अनिल गुप्ता ने बताया कि उन्होंने मेले के लिए दिलमन का चयन, वहां के किसानों द्वारा ओमसो-ड्राइर्िंग टेक्नोलॉजी के बारे में जानने की प्रति दिखाई जा रही रुचि के कारण किया। यहां सेब और नाशपाती के बीज और अंदरूनी भाग निकालने वाली मशीन, पिलर और स्लाइसर, मेकेनिकल सीड एक्स्ट्रेक्टर, अदरक की छाल और पॉलिश करने वाली मशीन, आलोएवेरा जेल एक्सटे्रक्टर, फल कटर/स्लाइसर जैसी मशीनों के प्रदर्शन के अलावा किसानों को फलों के ऑस्मोटिक ड्राइंग पर भी प्रदर्शन दिया गया।