धमेटा के संदीप अब कभी घर नहीं लौटेंगे

 फतेहपुर —ईराक के मोसूल में मारे गए चार हिमाचलियों में से एक का डीएनए धमेटा के संदीप से मैच हो गया है। इसके अलावा जान गंवाने वालों में कांगड़ा के पास्सू निवासी अमन कुमार पुत्र रमेश चंद, लंज के भटेड़ गांव के इंद्रजीत व सुंदरनगर के बायला गांव निवासी हेमराज पुत्र बेली राम शामिल हैं। ये सभी 2013-14 से ईराक में लापता थे। हेमराज के परिवार को अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई सूचना नहीं मिली है।  उधर, धमेटा  निवासी संदीप की खबर मिलते ही पूरे गांव में मातम छा गया। रोजी-रोटी की तलाश में 16 सितंबर, 2013 को संदीप ईराक गया था। वह मोसूल शहर में टीएनएच कंपनी में कार्यरत था। 15 जून, 2014 को आतंकियों ने उन्हें अन्य 38 भारतीयों के साथ बंधक बना लिया। उसी दिन उन्होंने परिजनों को भी दूरभाष पर सूचित किया था और उसके बाद से संदीप का कोई पता नहीं लग पाया है। संदीप के घर पर पत्नी चंद्रेश के अलावा बुजुर्ग माता-पिता व आठ साल का बेटा अंश तथा 11 साल की बेटी पुलकित हैं। संदीप परिवार का एकमात्र सहारा था। इससे पहले संदीप के परिजन कई बार प्रशासन से संदीप की तलाश की गुहार लगा चुके थे। एसडीएम फतेहपुर बलबान चंद ने बताया कि  संदीप की मौत की डीएनए से पुष्टि होने की खबर मिली है, लेकिन उनके पास अभी तक किसी भी तरह की विभागीय या सरकारी जानकारी नहीं पहुंच पाई  है।