प्रीति को महिला दिवस पर मिले सम्मान

मंडी— कंगना रणौत के साथ काम कर चुकी हिमाचल की बेटी प्रीति सूद को महिला दिवस के अवसर पर उनके बहादुरी के कारनामे के लिए हिमाचल और महाराष्ट्र सरकार से पुरस्कृत करने की मांग उठने लगी है। प्रीति के साहस और सूझबूझ से न केवल अंतरराष्ट्रीय मानव तस्कर गिरोह के चंगुल से दो बच्चियों को छुड़ाया, बल्कि इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार भी करवाया। प्रीति ने मुंबई के बर्सोवा इलाके के एक सैलून में 11 व 17 साल की दो बच्चियों को रेसक्यू करवाया, जिन्हें मेकअप के लिए यहां लाया गया था, लेकिन इससे पहले प्रीति ने उन्हें अपनी सूझबूझ दिखाकर चुंगल से बचा लिया। प्रीति के इस हौसले व बहादुरी के बाद उन्हें सम्मानित करने की मांग मंडी जिला के पांगणा निवासी संस्कृति कर्मी एवं समाजसेवी डा. जगदीश शर्मा ने की है। उन्होंने हिमाचल और महाराष्ट्र सरकार से प्रीति की बहादुरी के लिए पुरस्कृत करने की मांग की है। डा. जगदीश ने बताया कि प्रीति वर्ष 2014 में कंगना रणौत के साथ फिल्म रिवाल्वर रानी में काम कर चुकी हैं। इसके अलावा मॉडलिंग और विज्ञापन फि ल्मों में भी वह काम कर चुकी हैं। डा. जगदीश ने बताया कि प्रीति दो बार ऐतिहासिक नगरी पांगणा में अंटू की अम्मा नामक फि ल्म की शूटिंग के लिए आ चुकी हैं। महिला दिवस पर शिमला के ठियोग निवासी प्रीति को सम्मानित करने की मांग को वे महिला दिवस के रूप तोहफा बता रहे हैं।

ऐसे बचाई प्रीति ने बच्चियों की जान

मुंबई से दो लड़कियों को देह व्यापार के लिए यूएसए ले जाया जा रहा था। प्रीति को जब शक हुआ, तो उन्होंने सैलून के मैनेजर से बात की, तो पता चला कि उन लड़कियों को बाहर भेजने के लिए तैयार किया जा रहा है। उन्होंने उनके साथ आए दो युवकों की नजर से बचाकर उन लड़कियों से बात की, तो पता चला कि वे गुजरात की रहने वाली हैं, लेकिन जब दोनों युवाओं को शक हुआ, तो वे उन लड़कियों को वहां से ले जाने लगे। पहाड़ की यह बहादुर बेटी उनसे भिड़ गई और उन्हें रोक लिया। इसकी सूचना पुलिस को दी और पुलिस की टीम ने दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। उनसे पूछताछ के दौरान बताया गया कि वे उन दोनों लड़कियों को गुजरात से एक लाख में खरीद कर लाए थे और उन्हें यूएस में बेचने वाले थे।