बाबा जी के 24 घंटे दर्शन

दियोटसिद्ध – चैत्र मेले के पांचवें दिन उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। नवरात्र मेलों में 24 घंटे दियोटसिद्ध मंदिर के कपाट खुले हुए हैं। महज आधी रात को आधे घंटे के लिए मंदिर के कपाट बंद किए जाते हैं। इस आधे घंटे में साफ-सफाई का दौर चल रहा है। इसके अलावा दिन-रात बाबा के दर्शनों के लिए भक्त पहुंच रहे हैं। शाहतलाई गुरना झाड़ी के दर्शन करने के बाद श्रद्धालु पैदल चलकर दियोटसिद्ध मंदिर तक पहुंच रहे हैं। बाबा की गुफा के दर्शन करने के उपरांत आउट गेट से इन्हें बाहर निकाला जा रहा है। भक्ति में शक्ति का जीता जागता उदाहरण बाबा बालक नाथ मंदिर का इतिहास किसी से छिपा नहीं है। कई भक्तों ने यहां आकर अपनी मनोकामनाएं पूरी की हैं। मनोकामना पूरी होने के उपरांत ये भक्त बाबा से किए वादे के अनुसार मंदिर में पहुंचते हैं। कोई दंडवत तो कोई घुटनों के बल मंदिर में पहुंच रहा है। कई भक्तों की दंडवत यात्रा शाहतलाई से ही शुरू हो जाती है। असहनीय कष्ट के बावजूद भगवान की भक्ति की शक्ति ही इन्हें हौसला प्रदान करती है। कई श्रद्धालु जत्थों में मंदिर परिसर पहुंच रहे हैं। एक साथ सैकड़ों लोगों का जत्था रोजाना पहुंच रहा है। मंदिर परिसर दिन-रात बाबा के जयकारों से गूंज रहा है। जाहिर है कि मंदिर में सुरक्षा के लिहाज से पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। यहां पर 300 के करीब पुलिस जवान तैनात हैं, जो दिन-रात सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे हैं। इसके साथ ही महिला रिजर्व भी यहां तैनात है। करीब 24 महिला पुलिस यहां ड्यूटी दे रही हैं। किसी भी अप्रिय घटना के मद्देनजर सीसीटीवी से भी निगरानी रखी जा रही है। मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालु रोट, प्रसाद व झंडा लेकर मंदिर पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही यहां पर बकरे पहुंचने का भी दौर शुरू हो गए हैं। मनोकामना के अनुसार मंदिर में बकरे चढ़ाए जा रहे हैं। मनोकामना पूरी होने पर भक्त दियोट नाम के राक्षस को बकरा चढ़ाते हैं। इस राक्षस से बाबा ने एक महिला के बच्चे को बचाया था। इसके बाद बाबा ने राक्षस को वचन दिया था कि मंदिर में मुझे रोट तथा तुझे बकरा चढ़ाया जाएगा। चैत्र मेलों के दौरान भंडारे व लंगर लगाने का दौर भी शुरू हो गया है। मंदिर अधिकारी प्रेम सिंह भाटिया ने बताया कि मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बेहतर प्रबंध किए गए हैं। रोजाना लंगर की व्यवस्था की जा रही है। पुलिस चौकी प्रभारी दियोटसिद्ध राजेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस के कड़े पहरे में श्रद्धालु सुरक्षित हैं। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने को पुलिस दिन-रात चौकस है।