मंडी अस्पताल में दो चिकित्सा अधीक्षक

मंडी – जोनल अस्पताल मंडी में दो चिकित्सा अधीक्षक सेवाएं दे रहे हैं। जी हां, जहां प्रदेश में डाक्टरों की भारी कमी है, वहीं जोनल अस्पताल मंडी में एक ही अस्पताल में मौजूदा समय में दो वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक सेवारत हैं। दरअसल सरकार ने हाल ही में जोनल अस्पताल मंडी के चिकित्सा अधीक्षक को कुल्लू रीजनल अस्पताल ट्रांसफर कर दिया था। इसके साथ ही कुल्लू के चिकित्सा अधीक्षक को स्थानांतरित कर जोनल अस्पताल मंडी भेजा गया। ट्रांसफर ऑर्डर के अगले ही दिन एमएस कुल्लू ने जोनल अस्पताल मंडी में ज्वाइन कर लिया, जबकि कुछ दिन बाद ही जोनल अस्पताल मंडी के एमएस डा. टीसी महंत ने भी ट्रिब्यूनल का दरवाजा खटखटा कर स्टे ऑर्डर ले लिया। ऐसे में अब जोनल अस्पताल में एक नहीं बल्कि दो-दो चिकित्सा अधीक्षक तैनात हो गए हैं। दरअसल यह स्थिति इसलिए उत्पन्न हुए क्योंकि सरकार ने मंडी अस्पताल के एमएस डा. टीसी महंत को रिटायरमेंट के महज चार माह पहले ही ट्रांसफर कर दिया। जानकारी के अनुसार डा. टीसी महंत जुलाई में रिटायर होने वाले हैं, ऐसे में रिटायरमेंट से चार माह पहले ट्रांसफर आर्डर कर सरकार भी किरकिरी करवा चुकी है। अब हालात ये हो गए हैं कि कर्मचारी भी गफलत में हैं। कर्मचारी यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि फाइल साइन करवाने के लिए किसके पास ले जाएं। इसके साथ नए एमएस को भी बैठने के लिए एक अलग कमरा दिया गया है। यही नहीं, एमएस मंडी डा. टीसी महंत के कुल्लू ज्वाइन नहीं करने से वहां भी अतिरिक्त कार्यभार सौंपकर काम चलाया जा रहा है। उधर, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डा. टीसी महंत ने बताया कि ट्रिब्यूनल से ट्रांसफर आर्डर पर स्टे मिल गया है।

वित्तीय वर्ष खत्म होने के बाद हो ट्रांसफर

हाल ही में सरकार ने दो बड़े अधिकारियों एमएस मंडी अस्पताल और सीएमओ मंडी को मार्च का आधा माह बीतने पर ट्रांसफर किया था। ऐसे में स्वास्थ्य महकमों में चर्चा जोरों पर है कि एक ओर वित्तीय वर्ष खत्म होने वाला है। ऐसे में ऑडिट से लेकर तमाम कार्य निपटाने में भी दिक्कतें होती हैं। इसलिए वित्तीय वर्ष खत्म होने के बाद ही बड़े अधिकारियों की ट्रांसफर होनी चाहिए।