लाहुल की संस्कृति से रू-ब-रू होंगे सैलानी

 केलांग —समर सीजन में लाहुल-स्पीति पहुंचने वाले सैलानियों को कबायली जिला की संस्कृति को करीब से देखने का मौका मिलेगा। यही नहीं, घाट पहुंचने वाले सैलानियों का लाहुल की परंपरा के अनुसार स्वागत भी किया जाएगा। सैलानियों को होमस्टे योजना के तहत लाहुल के प्राचीन गांवों में घूमन व रहने का मौका भी मिलेगा। लाहुल की कुछ संस्थाओं के नुमाइंदों ने घाटी में टूरिज्म को बढ़ावा देने का बेड़ा भी उठाया है। इन संस्थाओं से जुड़े लोगों के हवाले से कहें तो उन्होंने प्रशासन के पास डिस्ट्रिक्ट टूरिज्म डिवेलपमेंट काउंसिल के गठन की योजना बनाई है। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार के पास दस्तावेज भी जमा करवा दिए हैं। संस्था से जुड़े व पर्यटन करोबारी पद्मा ठिल्ले का कहना है कि रोहतांग सुरंग 2019 तक तैयार हो जाएगी, जिसे देखते हुए लाहुल-स्पीति में पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होगा। ऐसे में सैलानियों को बेहतर सुविधाएं देने व लाहुल की संस्कृति से रू-ब-रू करवाना ही उनका लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि लाहुल में पर्यटन करोबार को देखते हुए व्यवस्थागत तरीके से हर चीज हो उसे लेकर अन्य जिला की तर्ज पर जिला में भी एक कमेटी का गठन करना अनिवार्य हो गया है। उन्होंने बताया कि डिस्ट्रिक्ट टूरिज्म डिवेलपमेंट काउंसिल के गठन हो जाने से घाटी में सैलानियों की संख्या भी बढ़ेगी और उन्हें बेहतर सुविधा मिलेगी। इस कमेटी के अध्यक्ष उपायुक्त लाहुल-स्पीति होंगे, जबकि अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी इस कमेटी के सदस्य रहेंगे। इसके अलावा कमेटी में व्यापार मंडल के सदस्य, टैक्सी यूनियन के सदस्य, पंचायती राजस ंगठनों के पदाधिकारी भी शामिल किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि डिस्ट्रिक्ट टूरिज्म डिवेलपमेंट काउंसिल के गठन को लेकर सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। सरकार की हरी झंडी  मिलते ही लाहुल में डिस्ट्रिक्ट टूरिज्म डिवेलपमेंट काउंसिल का गठन कर लिया जाएगा।