लो जी! सस्ता हुआ ट्राउट का स्वाद

विभाग ने 50 रुपए घटाया रेट, 450 रुपए प्रतिकिलो हुए दाम

पतलीकूहल — ट्राउट मछली के शौकीनों के लिए खुशी की खबर है। विभाग ने ट्राउट मछली का रेट 500 रुपए से कम करके 450 रुपए प्रतिकिलो कर दिया है। हालांकि गत वर्ष ट्राउट मछली के रेट को 350 से बढ़ाकर प्रति किलो 500 रुपए कर दिया गया था, मगर अब इसे कम कर दिया गया है। मत्स्य विभाग ट्राउट के शिकार के प्रतिदिन 100 रुपए के हिसाब से लाइसेंस फीस लेता है, जिसमें मत्स्य आखेटक एक दिन में छह ट्राउट मछली का शिकार कर सकता है। यदि कोई छह से अधिक मछली का शिकार करता है उसे फिशरी एक्ट अधिनियम के तहत 500 से 5000 रुपए जुर्माना करने का प्रावधान है। ट्राउट फार्म पतलीकूहल, कुल्लू के उपनिदेशक  विजय पुरी ने कहा कि जब से ट्राउट एंग्लिंग से प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने पर बल दिया गया है, तब से इनकी संख्या में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि विभाग का भी यही उद्देश्य है कि प्रदेश में ट्राउट पालन के साथ-साथ पर्यटन बढ़े और यहां आकर देश-विदेश के  पर्यटक मत्स्य आखेट का भरपूर आंनद ले सके। विजय पुरी ने बताया कि इस समय कुल्लू जिला में हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों को आकर्षित करने में मत्स्य आखेट एक बेहतर जरिया सिद्ध हो रहा है। मत्स्य आखेट का लुत्फ लोग मार्च से लेकर अक्तूबर महीने तक लेते हैं। नवंबर से फरवरी तक के इन चार महीनों में प्रदेश के  नदी-नालों में विभाग ट्राउट का शिकार करने पर पूरी रोक लगा देता है, क्योंकि इन चार महीनोें में ट्राउट मछली प्रजनन प्रक्रिया रहती है। ट्राउट फार्म पतलीकूहल के उपनिदेशक विजय पुरी ने बताया कि प्रदेश में एंगलिंग टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए विभाग हर वर्ष नदी-नालों में ट्राउट अंगुलिकांओं का संग्रहण करता है, ताकि नदी-नालों में इनकी संख्या में बढ़ोतरी हो।