वन कर्मियों की छुट्टियां रद्द

सोलन  – फायर सीजन से निपटने के लिए वन विभाग अब पहली जुलाई 2018 तक किसी भी कर्मचारी को अवकाश नहीं देगा। इसी प्रकार बीट, ब्लॉक, आरओ तथा डिवीजन स्तर पर भी जंगलों में लगने वाली आग से निपटने के लिए 84 विशेष टीमों का गठन किया गया है। जल्द ही वन विभाग प्रत्येक क्षेत्र में एक फायर वाचर भी तैनात करने जा रहा है। आमतौर पर 15 अप्रैल से जंगलों में आग लगने का सिलसिला शुरू होता है, लेकिन सूखे की वजह से अभी से जंगल सुलगने शुरू हो गए हैं। अब तक  सुबाथू, बझोल सहित कई क्षेत्रों में जंगल में आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं। यदि मौसम का मिजाज इसी प्रकार बना रहा तो आने वाले दिनों में जंगलों में लगने वाली आग की घटनाएं अधिक बढ़ सकती है। वन विभाग द्वारा फायर सीजन से निपटने के लिए बीट स्तर पर 61 टीम, आरओ स्तर पर 17 तथा डिवीजन स्तर पर छह टीमों का गठन किया गया है। सरकार द्वारा कर्मचारियों व अधिकारियों को यह भी निर्देश जारी किए हैं कि वह निजी वाहन करके भी आग बुझाने के लिए मौके पर जा सकते हैं। गाड़ी का खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। इसके आलावा प्रदेश स्तर पर भी जंगलों में लगने वाली आग के प्रति लोगों को जागरूक किए जाने के लिए दो विशेष टीमों का गठन किया गया है। इनमें से एक  टीम 26 व 27 मार्च  को सोलन व धर्मपुर में विशेष जागरूकता शिविर लगाएगी। सेटेलाइट के माध्यम से मिलने वाले मैसेज भी वन विभाग के लिए काफी अधिक फायदेमंद साबित हो सकते हैं।  डीएफओ आरएस जसवाल ने बताया कि जंगलों में लगने वाली आग से निपटने के लिए सभी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। यदि कोई व्यक्ति जंगल में आग लगाते पकड़ा गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।