शिक्षकों की भी बनेगी प्रोग्रेस रिपोर्ट

 केलांग —कबायली जिला के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के अलावा अब अध्यापकों की भी प्रोग्रेस रिपोर्ट जांची जाएगी। शिक्षक स्कूलों में कैसे पढ़ा रहे हैं और छात्रों को कितना समझ आ रहा है, इसका एक अलग से रिकार्ड बनाया जाएगा। यह रिकार्ड शिक्षा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर के पास जमा करवाना होगा। विभाग लाहुल के 160 स्कूलों में अप्रैल माह से इस अभियान की शुरुआत करेगा। योजना के तहत जहां विभाग के आलाधिकारी अपने स्तर पर भी स्कूलों व वहां मौजूद स्टाफ के साथ-साथ छात्रों का ब्यौरा लेंगे, वहीं शिक्षकों पर नजर रखने के लिए विशेष कमेटियों का भी गठन किया जाएगा। विभाग के पास हर महीने पहुंचने वाली रिपोर्ट को बारीकी से जांचा जाएगा और एक-एक शिक्षक का कार्य तीन महीने तक देखा जाएगा। शिक्षक के कार्य के साथ छात्रों की प्रोग्रेस रिपोर्ट पर भी काम किया जाएगा। अगर किसी सूरत में शिक्षक का काम सही या संतोषजनक नहीं पाया गया तो उसके खिलाफ विभाग कार्रवाई भी करेगा। लाहुल में प्रयोग के तौर पर शुरू किया जा रहा अभियान कितना सफल हो पाता है, यह तो भविष्य के गर्भ में है, लेकिन घाटी के शिक्षक विभाग के इस फैसले को काफी सराह रहे हैं। शिक्षा विभाग के उपनिदेशक प्रेमनाथ परशीरा का कहना है कि योजना के तहत जिला के 160 स्कूलों को अलग-अलग क्षेत्रों में बांटा गया है। इन स्कूलों के निरीक्षण की जिम्मेदारी दो से तीन सदस्यीय कमेटी की होगी। उन्होंने बताया कि लाहुल में 118 प्राथमिक, मिडल 19, हाई स्कूल चार व 19 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल हैं। सभी स्कूलों में छात्रों के साथ अब शिक्षकों की भी हर महीने प्रोग्रेस रिपोर्ट उपनिदेशक कार्यालय में जमा होगी। श्री परशीरा का कहना है कि अगर किसी शिक्षक की प्रोगे्रस रिपोर्ट सही नहीं आती है तो पूछा जाएगा कि उन्हें पढ़ाने में क्या समस्या आ रही है।