सलापड़ सड़क निर्माण पर संकट

पहाड़ी दरकने से खौफजदा लोगों ने सरकार से उठाई सर्वे बदलने की मांग

बिलासपुर  – तत्तापानी-सलापड़ सड़क निर्माण के सर्वे को बदलने के लिए ग्रामीणों ने जयराम सरकार से मांग उठाई है। दरअसल यहां के ग्रामीणों ने ततापानी-सलापड़ तक निकालने वाले डबल-लेन सड़क धन्यारा पंचायत के कांड़ी गांव से निकालने की मांग की है कि जहां से सड़क को निकालने का सर्वे हुआ है। उस सर्वे कोलडैम बांध की बजह से यहां की सारी पहाड़ी पर पहले ही दरार आ चुकी है जो कि तीन और चार किलोमीटर के दायरे में हैं। ऐसे में सरकार और प्रशासन और हाईकोर्ट को चाहिए कि चलावग गांव के सीधे ले जाना चाहिए। बता दें कि इस सड़क मामले को लेकर यहां के ग्रामीणों द्वारा 1980 में भी होईकोर्ट में मामला उठाया गया था। परंतु अभी तक हाईकोर्ट से इस मामले को लेकर कोई भी सुनवाई नहीं हुई है। आज लगभग 38 साल हो गए हैं इस मामले को लेकर न तो प्रदेश सरकार ने कोई सुनवाई की है। ग्रामीणों में पूर्ण चंद ,नेकराम, धर्मपाल, केशव राम, हरीश, चमन लाल, बृजलाल, नथूराम, ताराचंद, हुक्म चंद, मस्तराम ने बताया कि वह इस मामले को लेकर 2017 में मंडी विधायक राम स्वरूप से जाकर भी मिले थे, परंतु अभी तक भी इस मामले को लेकर कोई सुनवाई नहीं हुई है।  यहां पर स्थित कोलबांध की पहाड़ी भी दरकने लगी है। इसके चलते प्रशासन ने यहां पर स्थित चार गांव को खाली करने के आदेश जारी कर दिए है। स्थानीय ग्रामीणों में 50 प्रतिशत लोगों ने अपने घर बार छोड़ दिए है और कुछ लोग जो खेती कर रहे हैं वे अभी तक भी इन गांवों में ही है, जिसके चलते क्षेत्र में भय का माहौल पैदा हो गया है। बता दें कि बिलासपुर की अंतिम सीमा धन्याला पंचायत के चार गांव इस पहाड़ी की चपेट में आ रहे है, जिसमें कांडी, स्वाड़, रोपड़ू और मैंदला गांव आ रहे हैं। वहीं इन गांवों में सैकड़ों की तादाद में लोग रहते है। वहीं, प्रशासन ने इन गांवों वालों के रहने के लिए एक सरकारी स्कूल में रहने का भी प्रबंध किया है। परंतु ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन द्वारा रहने की तो व्यवस्था कर दी है, लेकिन खाने-पीने की भी कोई व्यवस्था नहीं है। वहीं स्थानीय लोगों में ने बताया कि इन चार गांवों में लगभग 150 से अधिक लोग रहते हैं। वहीं यह जो पहाड़ी है वह कभी भी गिर सकती है, जिससे यहां के सारे मकान सीधे कोलडैम के पानी में समा जाएगा। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि इस सड़क का काम जल्द बंद करवाया जाए।