सीमेंट प्लांट के विरोध में उठे स्वर

नाहन  – जिला सिरमौर के नौहराधार में लगने वाले प्रदेश के पहले वाइट सीमेंट प्लांट के विरोध में उतरे नौहराधार क्षेत्र के करीब आधा दर्जन पंचायतों के लोग बुधवार को नाहन में उपायुक्त कार्यालय में पंहुचे। स्थानीय लोगों ने अब इस मुद्दे के विरोध में अपनी आपत्ति दर्ज करवाई। निजी भूमि व पर्यावरण बचाओ समिति के पदाधिकारियों ने कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि नौहराधार में सफेद सीमेंट का कारखाना लगने से पूरे क्षेत्र में कृषि भूमि तबाह हो जाएगी,  जिस भूमि को कारखाने के लिए चिन्हित किया गया है उस भूमि पर करीब 100 परिवार से अधिक की आबादी जुड़ी हुई है। इसके अलावा करीब 650 बीघा भूमि में फैला जंगल भी बर्बाद हो जाएगा। यदि नौहराधार में सफेद सीमेंट का प्लांट लगता है , तो उससे आवासीय मकानों के साथ-साथ कृषि व बागबानी से जुड़े किसान बर्बाद हो जाऐंगे। 100 से अधिक किसान बर्बादी के कगार पर पंहुच जाएंगे। इसके अलावा कई सरकारी आफिस व स्कूल भी इस कारखाने की जद्द में आएंगे। कारखाने से निकलने वाली जहरीली गैस बीमारी का कारण बनेगी। समिति के पदाधिकारियों में शामिल प्रधान दलीप सिंह, जीवन सिंह, अजय चौहान,यशपाल सिंह, उजागर सिंह, नरेंद्र सिंह, प्रताप सिंह, यशवंत सिंह, अनिल कुमार, राजेंद्र सिंह, मोहन लाल, प्रताप सिंह, आदि ने बताया कि नौहराधार क्षेत्र की आधा दर्जन से अधिक पंचायतें इस कारखाने का विरोध कर रही हैं। उपायुक्त सिरमौर को अतिरिक्त उपायुक्त आदित्य नेगी के माध्यम से सौंपे गए ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि सीमेंट कारखाना लगने से साथ लगती चूड़धार सेंचुरी पर भी इसका विपरीत प्रभाव पडेगा, जिसका सीधा असर क्षेत्र के पर्यावरण पर भी पड़ेगा। पानी के स्त्रोत सूख जाएंगे।  समिति के सदस्यों ने जिला खनन अधिकारी को भी सीमेंट प्लांट के विरोध में ज्ञापन सौंपा तथा मांग की कि इस सीमेंट प्लांट के प्रस्ताव को तुरंत रद्द किया जाए अन्यथा नौहराधार क्षेत्र के लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे।