हमीरपुर में तिरपाल की आड़ में बना डाली दुकान

हमीरपुर  —शहर में अवैध कब्जाधारियों पर शिकंजा कसने में अब प्रशासन नाकाम साबित हुआ है। यहां रातोंरात अवैध निर्माण खड़ा हो जाए, तो आश्चर्य नहीं। अवैध कब्जाधारियों को प्रशासन व पुलिस का तनिक भी भय नहीं है। यहां किसी के आदेश नहीं चलते, बस लोगों की मनमर्जी सब पर भारी पड़ रही है। हाल ही में कोर्ट के निर्देशानुसार एक दुकान पर की गई कार्रवाई के बाद अब इस दुकान के साथ ही एक और अवैध निर्माण खड़ा हो गया है। पहले तिरपाल की आड़ में दीवारें खड़ी कर दी गईं और अब इसके ऊपर छत डालने का कार्य हो रहा है। नियमों को दरकिनार कर सरेआम सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण किया जा रहा है। दशकों से सरकारी जमीन पर कुंडली मार बैठे अवैध कब्जाधारियों पर कार्रवाई न होने के कारण प्रशासनिक कार्यशैली भी सवालों के घेरे में है। अब तक महज एक ही अवैध निर्माण पर कार्रवाई हुई है। इसके अलावा शहर में कई अवैध कब्जे हैं। सरकारी भूमि पर बने अवैध कब्जों की पैमाइश भी संबंधित विभाग कर चुका है। बावजूद इसके अब तक कार्रवाई नहीं हो पाई है। जाहिर है कि शहर में आधा दर्जन के करीब अवैध कब्जाधारी हैं। बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग की भूमि पर लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। पीपी एक्ट के तहत इनके मामले भी प्रशासन के पास विचाराधीन हैं और अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसे में इन लोगों के हौसले और बुलंद होते जा रहे हैं। यही कारण है कि अवैध कब्जा करने का सिलसिला थम नहीं रहा।  ऐसे में साबित हो रहा है कि अवैध कब्जाधारियों को प्रशासन या पुलिस का कोई भय नहीं है। यह बेखौफ अवैध निर्माण को अंजाम दे रहे हैं।