अंदर सरकार, बाहर यलगार

स्थायी नीति की मांग लेकर प्रशिक्षित परिचालकों ने घेरा सचिवालय

शिमला — प्रशिक्षित परिचालक स्थायी नीति की मांग को लेकर शुक्रवार से आमरण अनशन करेंगे। बेरोजगार प्रशिक्षित परिचालक संघ ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने जल्द ही उनकी मांग पूरी न की तो प्रशिक्षित परिचालक अपने हक के लिए सड़कों पर उतरकर चक्का जाम कर देंगे। प्रशिक्षित परिचालकों ने गुरुवार को स्थायी नीति की मांग को लेकर सचिवालय का घेराव किया। सचिवालय में जैसे ही कैबिनेट की बैठक आरंभ हुई, प्रशिक्षित परिचालकों ने बाहर राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। प्रशिक्षित परिचालकों ने घंटों सचिवालय के बाहर अपने हक के लिए आवाज बुलंद की। इसके बाद सरकार की ओर से कोई सकारात्मक आश्वासन न मिलने से खफा प्रशिक्षित परिचालकों ने शुक्रवार से आमरण अनशन करने का निर्णय लिया। प्रशिक्षित परिचालक संघ के प्रदेश अध्यक्ष जीत सिंह नेहरा ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार बेरोजगार प्रशिक्षित परिचालकों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। एचआरटीसी में पिछले कई वर्षों से सेवा देने वाले प्रशिक्षित परिचालक कई मर्तबा ठोस नीति की मांग उठा चुके हैं, मगर हर मर्तबा प्रशिक्षित परिचालकों को आश्वासन ही मिलते रहे। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से प्रशिक्षित परिचालकों से एचआरटीसी में सेवाएं ली जा रही हैं, मगर जब नीति की बात आती है तो सरकार खामोश हो जाती है, जिसके चलते प्रशिक्षित परिचालकों को मजबूरन आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने उनके लिए नीति नहीं बनाई तो सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन होगा, जिसमें प्रशिक्षित परिचालक चक्का जाम सहित आमरण अनशन करेंगे।

हड़ताल से 56 रूट प्रभावित

 शिमला — बेरोजगार प्रशिक्षित परिचालकों की हड़ताल से शिमला एचआरटीसी की परिवहन सेवा चरमरा गई है। गुरुवार को भी जिला शिमला में एचआरटीसी के 56 रूट प्रभावित हुए, जबकि लोकल में 57 ट्रिप पर भी एचआरटीसी की बसें नहीं चल पाईं। इससे जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।  गुरुवार को प्रशिक्षित परिचालकों ने स्थायी  नीति की मांग को लेकर सचिवालय का घेराव किया। ऐसे में कंडक्टरों की कमी से जूझ रहे एचआरटीसी की कई बसों में परिचालकों की कमी देखी गई। परिचालकों की कमी के कारण परिवहन निगम के शिमला लोकल में 40, तारा देवी डिपो के 14 और ग्रामीण के दो रूट प्रभावित हुए। इसके अलावा शिमला शहर में लोकल के 57 रूट भी नहीं चल पाए हैं। इसकी पुष्टि मंडलीय प्रबंधक अवतार सिंह ने की है। प्रशिक्षित परिचालकों ने शुक्रवार से से आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है।

अब हम नहीं देंगे बसों में सेवाएं

प्रशिक्षित परिचालक संघ के प्रदेशाध्यक्ष जीत सिंह नैहटा ने कहा कि जब तक सरकार उनके लिए ठोस नीति नहीं बना देती है, तब तक कोई भी प्रशिक्षित परिचालक एचआरटीसी बसों में अपनी सेवाएं नहीं देंगे।

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