अब काथला में ठेके का विरोध

गांव में शराब की दुकान खुलने से महिलाएं-युवतियां परेशान

लंबागांव  – उपमंडल मुख्यालय जयसिंहपुर में खुले बीच बाजार शराब ठेके के विरोध के बाद इसी उपमंडल के काथला गांव में भी विरोध के स्वर उठने शुरू हो गए, क्योंकि सरकार ने शराब के शौकीनों की सुविधा के लिए जगह-जगह शराब के ठेके तो खुलवा दिए हैं, लेकिन अब यह शराब के ठेके अन्य लोगों के लिए परेशानी का कारण बनते जा रहे हैं। ऐसा ही एक शराब का ठेका उपमंडल जयसिंहपुर के काथला गांव में खुला हुआ है, जिसके 50 से 100 मीटर के दायरे में स्कूल, मंदिर व बस स्टैंड आदि सार्वजनिक स्थान भी है, जहां पर महिलाओं और लड़कियों का भी आना-जाना लगा रहता है। शराब के ठेके के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। शराब के ठेके में दिन भर शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है, जो शराब के नशे में गाली-गलौज करते रहते हैं। कई बार उनकी यह गाली गलौज लड़ाई-झगड़े तक पहुंच जाती है, जिससे बाजार में भी हमेशा भय का माहौल बना रहता है। स्थानीय निवासी अमित शर्मा का कहना है कि शराब के ठेके के कारण उनके गांव का माहौल खराब हो रहा है। स्थानीय निवासी पंकज शर्मा का कहना है कि काथला गांव में शराब का ठेका स्कूल के साथ खुला हुआ है, जिसका बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। संघोल पंचायत प्रधान निर्जला ठाकुर का कहना है कि शराब का ठेका सार्वजनिक स्थान से 100 मीटर की दूरी पर होना चाहिए, लेकिन काथला में शराब का ठेका स्कूल व् मंदिर के पास है, जिससे बच्चों पर बुरा असर पड़ रहा है। स्थानीय महिलाओं का कहना है कि स्कूल के नजदीक शराब का ठेका नहीं होना चाहिए, ताकि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों खासकर लड़कियों को परेशानी का सामना न करना पड़े।

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