गगल एयरपोर्ट के विस्तार को महीने में जमीन

एयरबेस बनाने के लिए वायुसेना के प्रस्ताव पर प्रशासन ने शुरू की कार्रवाई

धर्मशाला— कांगड़ा एयरपोट के विस्तारीकरण और एयरवेस बनाने की संभावनाओं के लिए एक माह के भीतर भूमि संबंधी कार्य पूरा कर लिया जाएगा। केंद्र व राज्य सरकार के इस दिशा में प्रयासों के बाद सुरक्षा की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण गगल एयरपोर्ट के विस्तारीकरण पर राजस्व विभाग काम कर रहा है। इसके लिए जिला कांगड़ा प्रशासन ने सरकार से एक माह में विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। इसमें हर पहलू को खंगाला जा रहा है। वायुसेना के एयरबेस बनाने संबंधी प्रस्ताव को ध्यान में रखकर भी काम चल रहा है। इस प्रक्रिया के बाद वर्षों से चल रही कवायद किसी मुकाम पर पहुंच जाएगी। पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले के बाद गगल हवाई अड्डे के विस्तारीकरण और यहां एयरवेस बनाने की कवायद चल रही है। भूमि की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए केंद्र व प्रदेश सरकार ने कांगड़ा जिला प्रशासन को इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा है, जिससे कम विस्थापन में अधिक भूमि निकाल कर किस तरह भविष्य की योजना हो सकती है। पड़ोसी राज्य जे एंड के से बढ़ती आतंकी घटनाओं और दूसरी तरफ लेह-लदख की ओर चीन के बढ़ते कदमों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार भी पुख्ता इंतजाम करना चाहती है। दोनों तरफ कवर करने के लिए कांगड़ा एयरपोर्ट अधिक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। सुरक्षा की दृष्टि से भी यह स्थल पंजाब की अपेक्षा अधिक सुरक्षित है। ऐसे में वायुसेना यहां एयरबेस बनाने का प्रस्ताव भी दे चुकी है। पिछले दिनों भी वायुसेना के अधिकारी कांगड़ा एयरपोर्ट व यहां के प्रशासन से मामले से जुड़े पहलुओं पर चर्चा कर चुके हैं, जिसके बाद काम में कुछ ओर तेजी आई है। उधर, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और सांसद शांता कुमार भी कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का मामला केंद्रीय मंत्री से उठा चुके हैं। ऐसे में आने वाले समय में इस दिशा में साकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। भाजपा आगामी लोकसभा चुनावों की दृष्टि से भी कांगड़ा एयरपोर्ट का विस्तारीकरण करवाकर इसे पर्यटन व सुरक्षा से जोड़ते हुए इसका राजनीतिक लाभ भी ले सकती है। ऐसे में पहले की अपेक्षा अब इस महत्पूर्ण परियोजना के कार्य में अधिक तेजी आने की उम्मीद है।

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