चिट्टे की ओवरडोज से मौत

ठियोग के साथ लगते जंगल में मिली आईटीआई छात्रा की लाश, 31 मार्च से थी लापता

ठियोग  — रोहड़ू के चढ़गांव की 20 साल की युवती द्वारा नशे की ओवरडोज के कारण मौत हो जाने का एक मामला सामने आया है। ठियोग के साथ लगते भेखलटी भलखू रोड पर चौरा गांव के पास बुधवार सुबह पुलिस को इस लड़की की लाश बरामद हुई है। इसकी पहचान संगीता (20) पुत्री बिहारी लाल गांव गवास चढ़गांव रोहडू के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि यह युवती आईटीआई की छात्रा थी और अपने एक दोस्त के साथ 31 मार्च को रोहडू से शिमला घूमने आई थी, लेकिन वापस नहीं पहुंची। मृतक छात्रा के पिता ने अपनी बेटी के अपहरण का केस तीन अप्रैल को इसी क्षेत्र के 39 वर्षीय पृथ्वी राज पुत्र केदार सिंह, जो कि नशेड़ी किस्म का  है, के खिलाफ  चड़गांव थाने में दर्ज करवाया था। इसके बाद पुलिस ने तफतीश शुरू करते हुए पृथ्वीराज को हिरासत में लेकर संगीता तक पहुंची, जिसे बुधवार सुबह ठियोग के साथ लगते गांव से बरामद किया गया। इसके अलावा चढ़गांव थाना से पुलिस की एक टीम थाना प्रभारी बाबूराम शर्मा की अगवाई में ठियोग के इलाके में सर्च आपरेशन पर आई हुई थी, जिनके सहयोग के लिए ठियोग से भी पुलिस का एक दल, इनके साथ था। पुलिस को दिए बयान में आरोपी पृथ्वीराज ने बताया है कि वह नशे का आदि है । 31 मार्च की सुबह वह रोहडू से तीन लड़कियां लेकर अपनी गाड़ी में शिमला की ओर निकला था। जहां पर इन्होंने गाड़ी में दिनभर सूंघने वाला नशा (चिटटे) किया । फिर शाम के समय एक लड़की को शिमला में उतार दिया और दो लड़कियां, जिसमें संगीता भी थी। इनको लेकर रोहडू के लिए वापस निकल रहा था कि संगीता की शाम के समय नशे की ओवरडोज के चलते तबीयत खराब हो गई। शिमला के ढली के साथ पहुंचने पर जब इसने संगीता को देखा तो वह मर चुकी थी । अपने बचाव के लिए उसने संगीता की लाश को ठियोग के साथ भलकू रोड  चौंरा गांव के पास एक ढांक से 31 मार्च की आधी रात को फेंक दिया और एक अन्य लड़की को छोड़ने वापस रोहडू चला गया, जिसे लेकर तीन अप्रैल को चढ़गांव में संगीता के पिता द्वारा अपहरण का केस दर्ज करवाया गया था। डीएसपी ठियोग आरएल बसंल ने बताया कि पुलिस इस मामले को हत्या व नशे की ओवरडोज से जोड़कर भी देख रही है।