ठियोग के स्कूल से गुम छात्राएं ढली में मिली

 ठियोग —डीएवी स्कूल ठियोग में मंगलवार दोपहर छठी कक्षा की दो छात्राओं के गायब हो जाने को लेकर अभिभावकों ने जमकर प्रदर्शन कर स्कूल के प्रधानाचार्या को गिरफ्तार करने की मांग की है। इस घटना के बाद पुलिस ने कारवाई करते हुए स्कूल के प्रधानाचार्या के पूछताछ के लिए पुलिस थाना ठियोग लाया गया। हालांकि अभिभावकों ने नारेबाजी करते हुए प्रिंसीपल को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए गिरफ्तार करने की मांग की जहां पर अभिभावक शाम करीब साढ़े सात बजे तक नारेबाजी कर प्रिसींपल को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े हुए थे।  ज्ञात रहे कि मंगलवार दोपहर करीब डेढ़ बजे छठी कक्षा की छात्राएं यशस्वी तथा अनन्या पीटी के पीरियड के दौरान शौचालय में शौच करने शौचालय की ओर गई, लेकिन काफी समय तक जब वापस नहीं आई तो स्कूल प्रबंधन द्वारा उनकी खोजबीन शुरू की गई, लेकिन बच्चियों का कोई सुराग नहीं मिला। विद्यालय के शारीरिक शिक्षक ने बताया कि दोनों छात्राएं करीब डेढ़ बजे टायलेट करने उस ओर गई। जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने उन्हें खोजने की पूरी कोशिश की लेकिन जब दोनों नहीं मिली तो सबसे पहले इसकी सूचना परिजनों को दी गई और परिजनों द्वारा ही पुलिस को सूचित किया गया।  ढली में एक व्यक्ति द्वारा इन दोनों को सड़क में पैदल चलते हुए देखकर दोनों को हैड कांस्टेबल अमित कुमार के हवाले किया गया, जहां से इन्हें पहले ढली थाना ले जाया गया और उसके बाद दोनों को ठियोग पुलिस थाने लाकर परिजनों को सौंपा गया। डीएसपी ठियोग आरएल बसंल ने बताया कि ठियोग से पुलिस का एक दल दोनों बच्चियों को लेने ढली गया है और दोनों को जल्द ही परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। उन्होंने बताया कि घटना के तुरंत बाद पुलिस को जैसे ही सूचना मिली तो पुलिस की एक टीम तलाशी अभियान पर जुट चुकी थी, लेकिन कुछ देर बाद इन्हें ढली में पकड़ लिया गया था। अब यह सस्पेंस बना हुआ है कि आखिर दोनों बच्चियां स्कूल से गई क्यों। उन्हांेने बताया कि अभी दोनों बच्चियां कुछ भी बोलने की सिथति में नहीं है और उन्होंने फिलहाल अभी ये बताया है कि वो स्कूल से निकलने के बाद रहीघाट से एक प्राइवेट बस में ढली तक पहुंची। एक बच्ची के पास 40 रुपए जेब में थे, जिसका किराया लेकर वो ढली पहुंची और वहां पर उतर गई। अब यह मामला किडनैपिंग का है या कुछ और अभी फिलहाल ये कुछ नहीं कहा जा सकता है। फिलहाल अभिभावकांे में इस घटना को लेकर गहरा रोष है और बुधवार को सभी अभिभावकों ने एसडीएम ठियोग से मिलकर मामले को गंभीरता से लेने की भी मांग की है।

कई बच्चे हो चुके हैं बंदरों के आंतक का शिकार

डीएवी ठियोग में जहां पर शौचालय बनाए गए हैं वहां पर हर समय बंदरों का आतंक रहता है। जिससे कि यहां पर कई बच्चों कों बंदरों ने काट भी लिया है। लेकिन बावजूद इसके स्कूल प्रबंधन बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं कर रहा है।

हर साल बढ़ रही फीस, सुविधाएं कुछ भी नहीं

डीएवी स्कूल के अभिभावकों का ये भी कहना है कि हर साल फीस वृद्वि की जा रही है लेकिन सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं हो रहा। अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज के अलावा स्थानीय विधायक राकेश सिंघा से भी इस घटनाक्रम को लेकर हस्तक्षेप की भी मांग की है।