डेयरी-कैटल फार्म को करो शिफ्ट

विधायक रामलाल ठाकुर ने जबली की पुरानी गत्ता फैक्टरी में शिफ्ट करने की वकालत की

बिलासपुर – कोठीपुरा में प्रस्तावित एम्स की बाउंडरी वाल निर्माण की कवायद के साथ-साथ पशुपालन विभाग के डेयरी एवं कैटल फार्म के अस्तित्व बचाने को लेकर जोर आजमाइश शुरू हो गई है।  नयनादेवी के विधायक रामलाल ठाकुर ने इस मसले को लेकर राज्य सरकार के समक्ष आवाज बुलंद की है और जबली में बिरोजा एवं तारपीन फैक्टरी के समय दशकों पुरानी गत्ता फैक्टरी में शिफ्ट करने का सुझाव भी दिया है। श्री ठाकुर का कहना है कि डेयरी एवं कैटल फार्म में इस समय 47 गउएं आश्रित हैं, जिन्हें गत्ता फैक्टरी में शिफ्ट किए जाने से जहां एक अद्द ठिकाना मिलेगा तो वहीं 40 कर्मचारियों का रोजगार भी बच जाएगा। गुरुवार को यहां सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में रामलाल ठाकुर ने कहा कि एम्स की बाउंडरी वाल के निर्माण को लेकर कवायद शुरू हो गई है। ऐसे में पशुपालन विभाग के डेयरी एवं कैटल फार्म के अस्तित्व को बिलासपुर में बरकरार रखना भी नितांत आवश्यक है, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री डा. यशवंत परमार के समय यह फार्म स्थापित किया गया था। पहले बिलासपुर शहर के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों के लिए दूध की आपूर्ति इसी फार्म से होती थी। ठाकुर के अनुसार जबली स्थित बिरोजा एवं तारपीन फैक्टरी के समीप ही साठ के दशक में स्थापित गत्ता फैक्टरी में इस फार्म को शिफ्ट किया जा सकता है क्योंकि वहां पर उपलब्ध लगभग 27 बीघा जमीन पर शैड भी बने हैं, जहां गउओं को आश्रय दिया जा सकता है। गोबिंदसागर झील किनारे जलस्तर उतरने पर गऊओं के लिए चारे इत्यादि की व्यवस्था भी हो सकती है। उन्होंने बताया कि इस मसले को विधानसभा के बजट सत्र में राज्य सरकार के समक्ष भी उठाया गया है। मुख्यमंत्री की ओर से इस बाबत सकारात्मक आश्वासन मिला है। उन्होंने बताया कि यदि यह योजना सिरे चढ़ती है तो पशुपालन विभाग जमीन की बुक वैल्यू के आधार पर वन विकास निगम के पास पैसा जमा करवा देगा। इससे दशकों पुराने कोठीपुरा के डेयरी एवं कैटल फार्म के अस्तित्व को बरकरार रखा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि यह एक गैर राजनीतिक मुद्दा है और इस पुनीत कार्य के लिए बिलासपुर के सभी लोगों व राजनीतिक दलों के नेताओं को आगे आना चाहिए। दूसरी ओर, रामलाल ठाकुर ने बैरीदड़ोलां पुल निर्माण के मसले को भी राज्य सरकार के समक्ष उठाया है। उन्होंने कहा कि बैरीदड़ोलां पुल निर्माण से झील के उस पार ऋषिकेश व आसपास का सारा एरिया डिवेल्प हो जाएगा और बिलासपुर शहर से झील के उस पार से सीधे तौर पर भी जुड़ जाएगा। इस अवसर पर बार संघ के अध्यक्ष एडवोकेट तेजस्वी शर्मा, जिला महासचिव संदीप सांख्यान, ओपी गौतम और सरपाल सिंह इत्यादि मौजूद रहे।

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