पार्किंग दरों में विरोध पर सड़कों पर दिखा रोष

वायस ऑफ चंडीगढ़ के चेयरमैन अविनाश सिंह शर्मा ने कहा, जनता को गुमराह कर रहा चंडीगढ़ प्रशासन

चंडीगढ़ – चंडीगढ़ में महापौर की अनदेखी कर बढ़ाई गई पार्किंग की दरों के विरुद्ध शहर में विरोध शुरु हो गया है। सेक्टर 17 के  प्लाजा में सैंकड़ों की संख्या में दुकानदारों, दुकानों में काम करने वाले कर्मचारी, शहर  की आम जनता ने इसके  विरोध में हाथों में तख्तियां ले कर प्रदर्शन  किया। सेक्टर 17 कि एसएचओ भारी पुलिस बल के साथ प्रर्दशन स्थल पर पंहुच गए और किरण खेर मुर्दाबाद के नारे बंद करने को कहा। वायस ऑफ चंडीगढ़ के चेयरमैन अविनाश सिंह शर्मा एवं कमल किशोर शर्मा की पुलिस अधिकारियों के साथ बहस भी हुई।  लोग प्लाजा, नीलम सिनेमा  सेक्टर 17 से नारे लगाते हुए पवन बंसल एवं किरण खेर के पुतले के साथ रोष मार्च करते हुए सर्कस ग्राउंड सेक्टर तक गए और वहां पवन बंसल एवं किरण खेर के पुतले को आग लगा दी। इस पर अविनाश सिंह शर्मा ने कहा कि किरण खेर व पूर्व सांसद पवन बंसल राजनैतिक लीडर चंडीगढ़ की जनता का शोषण आपसी समझौते से कर रहे है। शहर में पार्किंग फीस वसूली के ऊपर पवन बंसल ने जो बयान दिए है वह नेता को गुमराह करने और अपने आप को ईमानदार दिखाने का प्रयास है। उनका कहना था कि पूर्व सांसद पवन बंसल के कार्यकाल में 2012 में चंडीगढ़ के शोरूमों के आगे और पीछे के इंट्री जगह को पार्किंग का रूप दिया गया था। उनका कहना था कि चंडीगढ़ के चीफ  आर्किटेक्ट ने जो शोरूम के निर्माण का नक्शा बनाया था, उस में स्पष्ट रूप से दुकानों के आगे और पीछे बायलॉज के मुताबिक जगह छोड़ी गयी थी जो माल लोड अनलोड करने की सुविधा के लिए छोड़ी गयी थी। वर्ष 2012 में जब पार्किंग स्थलों के लिए जगह तय की गई तो पवन बंसल ने  विरोध क्यों नहीं किया। उनका कहना था कि जब आर्य इन्फरा कंपनी के साथ नगर निगम का करार हुआ था, उस समय निगम की वित्त एवं अनुबंध कमेटी में कांग्रेस के पार्षद देवेद्र सिंह बबला एवं भाजपा के पार्षद अरुण सूद समेत अन्य पार्षदों ने भी सहमति के हस्ताक्षर किए थे। जिसमे स्पष्ट रूप से लिखा है कि दो पहिया वाहनों के पार्किंग फीस दो रुपए से बढ़ाकर पांच रुपए और एक अप्रैल से बढ़ा कर 10 रुपए कर दिए गए। चार पहिया वाहनों से पांच रुपए से बढ़ाकर 10 रुपए और एक अप्रैल से 20 रुपए वसूले जाने लगे है। इसी कारण सांसद किरण खेर और पूर्व सांसद पवन बंसल चुप्पी साधे हुए हैं। उनका कहना था कि कुछ माह पूर्व भी पार्किंग की दरें बढ़ी थी। वॉइस ऑफ चंडीगढ़ ने अरोमा लाइट पर किरण खेर का पुतला फूंका तो भी दोनों नेताओं ने आवाज तक नहीं उठाई। आर्य इन्फरा कंपनी के साथ करार के साथ भाजपा और कांग्रेस की सहमति है। जो लिखित रूप में है कंपनी को समर्थन देने में किरण खेर और पवन बंसल को क्या लाभ पंहुचाएं जिस के कारण चंडीगढ़ के जनता को आर्थिक नुकसान झेलना पड रहा है। यह बात चंडीगढ़ की जनता अब समझ चुकी है। जब तक वहां से इंट्री टैक्स फीस बंद न हो जाए। उन्होने आरोप लगाया कि  दुकानदारों की व्यापार को बर्बाद करने के लिए प्रशासन मॉल कांसेप्ट को प्रमोट कर रहा हैं। उनका कहना था कि शहर के अधिकतर सेक्टरों के शोरूम बंद हो चुके है। महामंत्री कमल किशोर शर्मा ने चेतावनी दी कि अगर पार्किंग फीस के नाम पर अवैध वसूली बंद नहीं हुई तो संगठन अपना संघर्ष जारी रखेगा।  इस मौके पर मुख्य रूप से मेघव पांडेय, राजीव सिंह, अभय झा, अशोक कुमार, गौरव शर्मा, हीरालाल, संजय, प्रकाश, सुनील तिवारी, जसवंत, शत्रुधन दुबे, प्रमोद कुमार, राजन शर्मा आदि शामिल थे।

गठित कमेटियों ने किया दौरा

निगमायुक्त द्वारा गठित कमेटियों ने भी शहर की विभिन्न पार्किगों का दौरा किया। जिसमें खामियां पाई गई। टीम के सदस्यों का कहना था कि वे निरीक्षण की रिपोर्ट निगमायुक्त को सौंपेंगे। महापौर द्वारा गठित कमेटी  की अध्यक्ष राजबाला मलिक का कहना था कि वह सेक्टर 17 की पार्किंग में थी व वहां एक कारिनदे से पूछा कि उसने वर्दी क्यों नहीं पहनी तो जवाब मिला कि उन्हें तो वर्दी दी ही नहीं गई।

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