बालीचौकी के थाची में दस कमरों का घर स्वाह

बालीचौकी— बालीचौकी तहसील की थाची पंचायत के तांदी बटवाड़ा गांव में शनिवार को दोपहर बाद तीन बजे के आसपास एक दो मंजिला मकान में आग की भेंट चढ़ गया। अग्निकांड में करीब 15 लाख के नुकसान का अनुमानित आकलन किया गया है। जानकारी के अनुसार इस आग में तांदी बटवाड़ा निवासी हरि राम शर्मा का 10 कमरों वाला लकड़ी का मकान पूरी तरह से राख के ढेर में बदल गया। इस दौरान ग्रामीणों ने  मकान को बचाने की भरपूर प्रयास किया, लेकिन मकान को बचाया नहीं जा सका। प्रभावित हरि राम शर्मा ने बताया कि इस अग्निकांड में उनके दो लाख 50 हजार की नकदी भी आग की भेंट चढ़ गई, जिसे उन्होंने मकान में टाइलें लगवाने के लिए बचा कर रखा था। इसके अलावा घर में रखे गहने भी आग की भेंट चढ़ गए। हालांकि गांव वालों ने मवेशियों को बचा लिया। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। इस दौरान स्थानीय लोगों ने फायर ब्रिगेड को भी फोन किया, लेकिन  गाड़ी  चार घंटों बाद भी घटना स्थल पर नहीं पहुंच पाई थी। स्थानीय निवासी दिनेश शर्मा ने बताया कि लारजी स्थित फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने घटना को गंभीरता से नहीं लिया और ण्क घंटा तक वे पानी न होने का बहाना लगाते रहे। प्रभावित परिवार ने भी फायर ब्रिगेड की लेट लतीफी की जांच की मांग की है। वहीं तहसीलदार बालीचौकी अनिल कुमार ने बताया कि इस दौरान प्रभावित परिवार को 10 हजार की नकद धनराशि व रहने के लिए तिरपाल भी दिए गए।

पानी होता तो बच जाता मकान-सामान

तांदी गांव में पानी की माकूल व्यवस्था होती तो हरि राम शर्मा का मकान बचाया जा सकता था। गांव पिछले कई मास से पेयजल की किल्लत से जूझ रहा है, लेकिन बालीचौकी स्थित आईपीएच विभाग लोगों को पानी उपलब्ध करवाने में नाकाम रहा। गौरतलब है कि गुरुवार को गांव की महिलाओं ने खाली बर्तनों के साथ बालीचौकी में पानी के लिए प्रदर्शन भी किया था। लोगों ने इस बारे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी शिकायत करने की बात कही है। आग की इस घटना में हरि राम का 6 सदस्यों वाला परिवार खुले में अपनी रातें बिताने पर मजबूर हो गया है। गौरतलब है कि सात वर्ष पूर्व भी हरिराम का मकान आग की भेंट चढ़ चुका है।