बीबीएन के कारखानों में मंत्री का छापा

विक्रम ठाकुर ने खंगाले उद्योग, सीईटीपी-दभोटा प्लांट की भी जांच

बीबीएन— बीबीएन में कायदे-कानूनों को धत्ता बताने में जुटे उद्योगपतियों पर प्रदेश सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में प्रदेश सरकार के उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर ने बुधवार को बीबीएन में औद्योगिक अनियमितताओं और प्रदूषण पर कड़ा रुख अपनाते हुए उद्योगों का औचक निरीक्षण किया। विक्रम ठाकुर ने जहां प्रदूषण के मसले पर सीईटीपी प्लांट केंदुवाला और शिवालिक सॉलिड वेस्ट प्लांट दभोटा का निरीक्षण कर सैंपलिंग की, वहीं दर्जन भर से अधिक उद्योगों में छापामारी की। उद्योग मंत्री के इस पहले औचक निरीक्षण में जहां उद्योगों में प्रदूषण, ईएसआई, पीएफ  व श्रम कानूनों की खामियां सामने आई हैं। उद्योग मंत्री ने बीबीएन के दौरे के दौरान फार्मा, बैटरी व स्पेयर पार्ट्स निर्माता उद्योग का औचक निरीक्षण किया और कई खामियां सामने आने पर संबंधित अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए। इसके बाद विक्रम ठाकुर ने टीम के साथ सीईटीपी के इनलेट व आउटलेट से प्रदूषण बोर्ड और इंडिपेंडेंट एजेंसी से पानी के सैंपल भरे। टीम ने सीईटीपी तथा सरसा नदी सहित अन्य नालों के भी सैंपल भरे। उद्योग मंत्री ने कहा कि अकसर  प्रदूषण बोर्ड पर  सैंपल रिजल्ट में हेर-फेर के आरोप लगते रहे हैं, जिसके चलते उन्होंने इंडिपेंडेंट एजेंसी से भी टेस्ट करवाने की कवायद शुरू की है, ताकि सच सामने आ सके।  वहीं बीबीएन के स्थानीय लोगों ने उद्योग मंत्री के इस औचक निरीक्षण व कार्रवाई की सराहना की है।  निरीक्षण के दौरान ज्यादातर उद्योगों में खामियां पाई गइर्ं और उनको नोटिस जारी करने के आदेश दिए गए। इस दौरान कई जगहों से गंदे पानी के सैंपल भी भरे गए और प्रदेश में पहली बार थर्ड पार्टी सैंपलिंग भी की गई।  जांच में सामने आया कि कई उद्योगों में मापदंडों के आधार पर कार्य नहीं किया जा रहा। यहां तक कि उद्योगों में कर्मचारियों का पीएफ  तक नहीं काटा जा रहा। कामगारों के पहले हक ईएसआई कार्ड पर कई उद्योग गंभीर नहीं हैं। उद्योग मंत्री ने कहा कि कुछ उद्योगो में सेफटी नाम की कोई व्यवस्था नही की गई है। उन्हें नोटिस जारी कर चालान काटे जाएंगे।

खनन पर होगी कार्रवाई

अवैध खनन को लेकर हमेशा ही सुर्खियों में रहे बीबीएन में अब सरकार खनन माफिया को भी बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। बुधवार को बीबीएन के दौरे पर आए उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर ने कहा कि बिना एनओसी चल रहे स्टोन क्रशरों पर कार्रवाई होगी और इनके बिजली के कनेक्शन काटे जाएंगे। खनन विभाग व पुलिस को खनन माफिया पर नकेल कसने के आदेश जारी किए जाएंगे। प्रदूषण, खनन और गंदगी के कारण इस औद्योगिक क्षेत्र पर बदनुमा दाग लग रहा है जिसे कतई सहन नहीं किया जाएगा।

काम करो या कुर्सी छोड़ो

विक्रम ठाकुर का कड़ा लहजा उस समय सामने आया जब उन्होंने साफ  तौर पर कहा कि उद्योगों में प्रदूषण, श्रम कानूनों व नियमों की अवहेलना होने पर खामोश बैठे अधिकारी अब बर्दाश्त नहीं होंगे। उद्योग मंत्री ने प्रदूषण, श्रम विभाग, ईएसआई और पीएफ  समेत उद्योगों से जुड़े अन्य सभी विभागों को अपना काम ईमानदारी से करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि अधिकारी यह न सोचें कि सरकार को पता नहीं बीबीएन में क्या हो रहा है। अगर नियमों की पालना करवाने में अधिकारी सक्षम नहीं हैं तो उन्हें कुर्सी छोड़नी पड़ेगी और दूसरे अधिकारियों को मौका दिया जाएगा।

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