भाई जी! दो घंटे तो हम ढली ही खड़े रहते हैं

सुबह आठ से दस बजे तक कोई बस नहीं आती, छात्रों-आफिस जाने वालों को लक्कड़ बाजार को पैदल मार्च करना पड़ता है, अब बस चाहिए बस

ढली – शिमला के साथ लगते ढली वार्ड में स्थानीय लोगों को लंबे समय से सरकारी बस सुविधा समय पर न मिलने से खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ढली वार्ड में सुबह आठ से दस बजे तक लोगों को लक्कड़ बाजार के लिए सीधी बस नहीं मिलती, जिस वजह से स्कूली छात्रों सहित आफिस जाने वाले लागों को दिक्कतें होती हैं। उल्लेखनीय है कि परिवहन विभाग द्वारा बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं कि लोगों को सरकारी बस सुविधा पूरी दी जा रही है। वहीं सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए तो विभाग ने एक्स्ट्रा बस सुविधा भी दी है, लेकिन हैरानी की बात है कि ढली में तो स्कूल जाने वाले छात्र भी लक्कड़ बाजार स्कूल तक पैदल जाने के लिए मजबूर हैं।

सुबह के वक्त जब स्कूली बच्चों को स्कूल तक छोड़ना होता है, तो ढली चौक पर निजी व सरकारी दोनों बसें ही नहीं होती। इस वजह से छोटे बच्चों को स्कूल तक पहुंचाने में दिक्कतें होती हैं। परिवहन विभाग को सुबह के वक्त ढली से लक्कड़ बाजार तक सीधी  बस सेवा उपलब्ध करवानी चाहिए।

मधू शर्मा, अभिभावक

सुबह जब भी दस बजे के लिए कालेज पहुंचना पड़ता है, तो उस समय ढली से लक्कड़ बाजार तक बसें नहीं मिलतीं व हमें पैदल या फिर टैक्सियों में एक्स्ट्रा पैसे देकर जाना पड़ता है। सरकार व प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।

मोनिका ठाकुर, कालेज छात्रा

ढली में लोगों की बसों की समस्या को लेकर कई बार विभाग और सरकार को पत्र व ज्ञापन सौंपे हैं, लेकिन अभी तक यह समस्या जस की तस बनी हुई है। परिवहन विभाग को चाहिए कि सुबह व शाम के वक्त तो स्कूली छात्र और आफिस के कर्मचारियों के लिए ढली से लक्कड़ बाजार के लिए बस सुविधा देनी चाहिए।

शैलेंद्र चौहान, पार्षद ढली

ढली से लक्कड़ बाजार के लिए सरकारी व निजि बसें नहीं मिलतीं। बसों की सुविधा न मिलने से स्कूली बच्चों को खासी दिक्कतें होती हैं। सरकार व परिवहन विभाग को इस ओर सोचना चाहिए।

गोपाल शर्मा, स्थानीय निवासी

अपने सपनों के जीवनसंगी को ढूँढिये भारत  मैट्रिमोनी पर – निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन!