मंत्री बोले, डेयरी खोलने को मिलेगा 75 प्रतिशत पैसा

बंगाणा – ग्र्रामीण विकास, पंचायतीराज, पशु तथा मत्स्य पालन विभाग मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में स्वरोजगार बढ़ाने तथा दुग्ध उत्पादों का प्रतिस्पर्धात्मक मूल्य दिलाने के उद्देश्य के लिए सरकार द्वारा प्रारंभ की गई डेरी उद्यमी विकास योजना के माध्यम से किसानों को 75 प्रतिशत तक आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत 25 प्रतिशत उपदान सरकार द्वारा नाबार्ड के तहत जबकि 50 प्रतिशत आर्थिक सहायता बैंकों के माध्यम से बतौर ऋण दी जा रही है जबकि किसान को महज 25 प्रतिशत योगदान देना होता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस योजना को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने दस प्रतिशत राशि बतौर अनुदान देने का प्रावधान किया है। जबकि अच्छी नस्ल की देशी गाय खरीदने पर सरकार 20 प्रतिशत अतिरिक्त उपदान प्रदान करेगी, जिससे किसान का ऋण महज 30 प्रतिशत ही रह जाएगा। उन्होंने किसानों से स्वरोजगार अपनाकर सरकार की इस योजना का लाभ उठाने का आहवान किया। वीरेंद्र कंवर आज कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के गांव बुधान व पडियाली में लोगों की जन समस्याएं सुनने के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को दुधारू पशु आहार के लिए भी 50 प्रतिशत तक उपदान दिया जा रहा है। उन्होेंने कहा कि सरकार ने गोवंश के संरक्षण व संवर्द्धन की दिशा में कई महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए हैं तथा आने वाले समय में बेसहारा गोवंश के संरक्षण के लिए गोवन स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा को सरकार ने विशेष प्राथमिकता प्रदान करते हुए जहां बिना आय सीमा के आयु को 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष किया है तो वहीं प्रदेश में लंबित लगभग 32 हजार पेंशन के मामलों को स्वीकृति प्रदान कर दी है। वहीं, वीरेंद्र कंवर ने कहा कि बंगाणा क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों में पेयजल समस्या के स्थायी समाधान के लिए ब्यास नदी से लगभग 21 करोड़ रुपए की बड़ी परियोजना बनाई जा रही है तथा इसकी डीपीआर नाबार्ड को भेज दी गई है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को क्षेत्र के सभी परिवारों को समुचित पेयजल की सप्लाई सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बडसर-भ्यांबी सड़क को 16.20 करोड़ तथा हटली-बैरी सड़क के लिए अतिरिक्त एक करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। उन्होंने कहा कि ऊना-बसोली-लठियाणी-भोटा राष्ट्रीय उच्च मार्ग की डीपीआर बनाने का कार्य जारी है तथा अगले एक वर्ष के भीतर तमाम औपचारिकताएं पूर्ण कर कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस सड़क निर्माण से लगभग 20 किलोमीटर का सफर कम होगा। वीरेंद्र कंवर ने कोडरा-डियुंगली तथा बुधान पंचायतों में विभिन्न विकास कार्यों के लिए लगभग 81 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की। उन्होंने बुधान स्कूल में भवन निर्माण के लिए 50 लाख रुपए, पडयोला सामुदायिक भवन के लिए पांच लाख, कोडरा एससी बस्ती सड़क निर्माण के लिए दस लाख, विभिन्न पुलियों, डंगों व संपर्क मार्गों, रास्तों तथा अन्य विकास कार्यों के लिए लगभग 25 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की। इस अवसर पर मंडल महामंत्री चरणजीत शर्मा, प्रधान कोडरा-डियुंगली बीना देवी, उप-प्रधान कमल सिंह, प्रधान बुधान प्रीति अजमल, राजेंद्र मलांगड, पूर्व प्रधान प्रकाश चंद, मदन राणा, देशराज, हुकम सिंह, सुरेंद्र हटली, मदन वोहरा, सुभाष वोहरा, बलदेव, अमरनाथ, अमर सिंह, तहसीलदार शमशेर सिंह, अधीशाषी अभियंता एमआर कालिया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

जीवनसंगी की तलाश हैतो आज ही भारत  मैट्रिमोनी पर रजिस्टर करें– निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन करे!