माता का आशीर्वाद ले लौटे परशुराम

श्रीरेणुकाजी – तीर्थ श्रीरेणुकाजी से अपनी माता रेणुकाजी का आशीर्वाद लेने के बाद अगले वर्ष फिर मिलने का वादा कर भगवान परशुराम विदा हुए। भगवान परशुराम जन्मोत्सव का इसी के साथ तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन हुआ। बैसाख शुक्ल पक्ष अक्षय तृतीया को भगवान परशुराम अपनी माता श्रीरेणुकाजी का आशीर्वाद लेने पहुंचे थे। इस दौरान जामूकोटी, कटाहं शीतला से लाई गई देव पालकियों को अगले वर्ष फिर निमंत्रण के साथ विदा किया गया। परशुराम जन्मोत्सव की दूसरी सांस्कृतिक संध्या आकाशवाणी रेडियो कलाकार प्रेम चंद बाऊनली के नाम रही। तीर्थ श्रीरेणुकाजी के परशुराम मंदिर परिसर में आयोजित भजन संध्या कार्यक्रम में उन्होंने माता मेरी रेनुका, तेरी करूं जय जय कार, रेणुका माइये महामाइये, भृर्तहरि इत्यादि दर्जनों भक्ति गीतों से भाव-विभोर कर दिया। भाजपा रेणुकाजी मंडल का कहना है कि परशुराम जन्मोत्सव को आगामी वर्ष में ओर भी आकर्षक तौर पर आयोजित किया जाएगा। रेणुकाजी भाजपा के नेता बलबीर चौहान, मंडल अध्यक्ष प्रताप चौहान, उपाध्यक्ष महेश अग्रवाल इत्यादि पदाधिकारियों ने कहा है कि इस मर्तबा बहुत ही कम समय परशुराम जन्मोत्सव के लिए मिला। लिहाजा आगामी वर्ष में इसे बहुत ही बेहतरीन तरीके से मनाया जाएगा।

मंदिर परिसर में सुविधाओं का अभाव

रेणुकाजी भगवान परशुराम मंदिर सहित क्षेत्र में कूड़ादान न के बराबर होने से ऐसे तीर्थ में गंदगी को बढ़ावा मिलता है। पर्यटक, श्रद्धालुओं को उचित कूड़ा डंपिंग न मिलने के कारण यह प्लास्टिक कूड़ा झील और ताल में तैरता नजर आता है। लिहाजा तीर्थ के सौंदर्यकरण के लिए इन कदमों को उठाना जरूरी है।

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