मोसूल में मारे गए चारों लाड़लों को अंतिम विदाई

इराक के मोसूल में आईएस आतंकवादियों का शिकार बने हिमाचल के चारों लाड़लों का मंगलवार को उनके पैतृ़क गांवों में अंतिम संस्कार कर दिया गया। जिला व स्थानीय प्रशासन की मौजूदगी में सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी। जिला कांगड़ा के पास्सू गांव के अमन, लंज के इंद्रजीत, धमेटा के संदीप राणा और सुंदरनगर के हेमराज को आतंकियों ने इराक में मार डाला था ….

कांगू में सतलुज किनारे हेमराज की अंत्येष्टि

सुंदरनगर — मोसूल में मारे गए सुंदरनगर के बायला के हेमराज की मंगलवार को अंत्येष्टि कर दी गई। हेमराज के देह के अवशेषों को एक ताबूत में मंडी प्रशासन द्वारा परिजनों के हवाले किया गया। मौके पर हेमराज की पत्नी, पिता और अन्य ने ताबूत को खोलने की मांग की, लेकिन केंद्र सरकार की मनाही के चलते प्रशासन के अधिकारियों ने परिजनों को ऐसा करने से मना कर दिया, जिसके बाद पूरा माहौल पहले के मुकाबले और भी ज्यादा गमगीन हो गया।  श्मशानघाट कांगू स्थित सतलुज नदी किनारे अंत्योष्टि की गई।  आठ साल के बेटे धु्रव ने मुखाग्नि दी। इस दौरान पूर्व सीपीएस एवं पूर्व विधायक सोहन लाल ठाकुर, भाजपा के अभिषेक ठाकुर, बायला पंचायत  प्रधान देशराज,   मस्त राम, सीआईडी की ओर से भी अधिकारीगण मौजूद रहे। तकरीबन साढ़े बारह बजे   अंतिम संस्कार किया गया। प्रशासन की तरफ से एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान, डीएसपी तरणजीत, एसएचओ गुरवचन सिंह और शव को धर्मशाला से साथ लेकर आए रेडक्रास के सचिव ओपी भाटिया और तहसीलदार नरेंद्र पाल सहित बड़ी तादाद में लोगों ने हेमराज को अंतिम श्रद्धाजंलि दी।

सिर में गोली लगने से हुई थी मौत

डैहर—  चार वर्ष पहले इराक के मोसूल गए वायला के हेमराज की मौत सिर पर गोली लगने की वजह से हुई है। हेमराज के अवशेषों के साथ इराकी सरकार द्वारा भेजी रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। हालांकि हेमराज की मौत कब हुई थी, इसका कोई जिक्र इस रिपोर्ट में नहीं किया गया है, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि आतंकवादियों ने हेमराज और उसके साथियों को बंदी बनाने के बाद उनकी गोली मार कर हत्या की थी।  परिजनों का कहना है कि मौत के समय के अनुसार ही वह हिंदू धर्म के अनुसार शेष परंपराओं का निर्वाह कर सकेंगे।

पास्सू का अमन पंचतत्त्व में विलीन

माहौल गमगीन, लाड़ले को गोद में लोरी सुनाने के लिए तड़पती रही मां

धर्मशाला— इराक के मोसूल से पिछले चार वर्षों से अपने लाड़ले के सकुशल लौटने की उम्मीद लगाए बैठे परिवार को मंगलवार अंतिम दर्शन भी नसीब नहीं हुए।  मंगलवार को  धर्मशाला के समीप पास्सू के अमन का शव   घर पहुंचते ही गांव गमगीन हो गया। ताबूत में लाए गए अमन के शव को देखकर परिवार के सदस्य रो-रो कर बेहाल हो गए। ताबूत में अमन के शव के अवशेष होने के चलते इसे खोला नहीं गया, जिसके चलते अंतिम बार भी बेटे की झलक परिजन नहीं देख सके। शव के घर में पहुंचते ही वहां मौजूद सगे-संबंधियों व ग्रामीणों की आंखें भी नम हो गई। अमन का चेहरा देखने को लालायित मां बेसुध हालत में कहती रही कि ऐसा लग रहा है कि आज मेरे अमन की शादी है, तभी तो इतने लोग यहां आए हैं।  मंगलवार सुबह डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज  टांडा के शव गृह से एसडीएम धर्मशाला धर्मेश रमोत्रा शव लेकर पास्सू गांव पहुंचे। नौजवान बेटे का शव घर पहुंचते ही अमन की दादी तारा देवी, मां बीना देवी, पिता रमेश चंद, बहन मधु और भाई रमन का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। अमन की मां बेसुध ही हो गई थी, लेकिन अमन के पिता ने धैर्य बनाए रखा और सभी को शांत किया। रोते हुए मां बीना देवी ने कहा कि मैं रोज सुबह-शाम अमन की फोटो देखती थी और लाड़ करते हुए उसकी फोटो चूमती थी। यही नहीं,जब नए घर का लैंटल डाला था तो भी मैंने फोटो को आगे रखकर अमन को बधाई दी थी। जब अमन के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाने लगा तो मां बोली रुको अभी कहां लेकर जा रहे हो, मेरे बेटे की बारात, मुझे अभी उसे हार डालना है। मुझे अमन को गोदी में बिठाकर लोरियां सुनानी हैं। इतना ही नहीं अमन की मां ने कहा कि बेटा मुझे तेरे फोन का इतंजार रहेगा। अमन जब इराक में था तो हर शुक्रवार को घर में फोन करके माता-पिता से बात करता था।  अमन की दादी तारा देवी का भी रो-रो कर बुरा हाल था।  अमन की मौत सिर में गोली लगने से हुई थी। मंगलवार को अमन का अंतिम संस्कार कर दिया गया। सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख देने का ऐलान किया है

परिवार का इकलौता सहारा था बेटा संदीप

फतेहपुर— उपमंडल फतेहपुर के कस्बा धमेटा के संदीप राणा का मंगलवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। संदीप को 8 साल के बेटे रुद्राक्ष ने दी मुखाग्नि। गौर हो कि संदीप परिवार का इकलौता सहारा था। संदीप के पिता दिलावर सिंह को प्रदेश सरकार से आस प्रदेश सरकार पंजाब सरकार की तर्ज परिवार का पालन पोषण करने के लिए उनकी बहू को नौकरी देगी । संदीप अंतिम  यात्रा में एसडीएम फतेहपुर बलवान चंद, एसडीपीओ जवाली मेघनाथ चौहान, नायब तहसीलदार फतेहपुर प्रेम चंद शर्मा ,थाना प्रभारी सुरेश शर्मा, राजपूत सभा प्रधान जगदेव पठानिया समाज सेवी अश्वनी राणा  भाजपा प्रदेश महामन्ाीं कृपाल परमार  भामस नेता मदन राणा, करतार पठानिया, हरजीत सिंह, रिंकू, बिट्टू सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे । इस दौरान क्षेत्र में शोक की लहर थी।

कदरेटी में नम आंखों से इंद्र का अंतिम संस्कार

नगरोटा सूरियां, देहरागोपीपुर  — इराक के मोसूल में  मारे गए देहरा उपमंडल के गांव कदरेटी निवासी इंद्रजीत के पार्थिव अवशेष  एसडीएम देहरा धनवीर ठाकुर ने इंद्रजीत के परिजनों को सौंपे।  अवशेष घर पहुंचने के बाद परिवार वालों ने उन अवशेषों का हिंदू रीति से दाह संस्कार कर दिया। मुखाग्नि मृतक के भतीजे आयूष ने दी।  सरकार की तरफ  से एसडीएम देहरा धनवीर ठाकुर ने इंद्रजीत की असमय मौत पर शोकागुल परिजनों से गहरी संवेदना जताते हुए सांत्वना दी और  परिवार को सरकार की तरफ से हर यथासंभव सहायता का आश्वासन भी दिया।  डीएसपी देहरा एलएम शर्मा, हरिपुर नायब तहसीलदार विजय सिंह, कानूनगो सतविंद्र सिंह, पटवारी नरेश कुमार, मोहित महाजन और एसएचओ रानीताल व भारी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे। स्थानीय लोगों तथा भटेहड़ की प्रधान पूनम देवी ने सरकार से परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है। इस दौरान हर कोई गमगीन था।