राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
शिमला में विशाल प्रदर्शन के बाद विभिन्न अनुसूचित जाति के संगठनों ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
शिमला में तीन बजे खुली दुकानें
राजधानी शिमला में विरोध के चलते दोपहर तक दुकानें बंद रही ंदोपहर करीब एक बजे के बाद दुकानें खुलीं। हालांकि शहर में अधिकतर दुकानें बंद रही। मगर उपनगरों में बंद का कम ही असर दिखा।
घरों से नहीं उठा कूड़ा
शिमला में विरोध प्रदर्शन के चलते सोमवार को घरों से कूड़ा नहीं उठा। सैहब कर्मचारियों के प्रदर्शन में शामिल होने से डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन योजना ठप रही।
टै्रफिक जाम ने भी छुड़ाए पसीने
प्रदर्शनकारियों के चक्का जाम के चलते शहर में जहां सुबह के समय जाम लगा रहा।
इन संगठनों ने लिया प्रदर्शन में भाग
बाबा साहब अंबेदकर वैलफेयर सोसायटी शिमला, डा. बीआर अंबेडकर सामाजिक जागृति मिशन कोटगढ़, वाल्मीकि सभा शिमला, अखिल भारतीय बाल्मीकि महासभा, शिमला, हिमाचल प्रदेश कोली समाज, गुरु रवि दास संघ शिमला, वाल्मीकि धर्म प्रचार समिति शिमला, लव कुश युवा संघ शिमला, एल आई सी एससी इंप्लाइज वैलफेयर एसोसिएशन शिमला, पीएनबी इंप्लाइज वैलफेयर एसोसिएशन शिमला, संत बाबा रोड़ा दास समिति शिमला, गुरु रवि दास सभा, शिमला, सफाई मजदूर यूनियन, नगर निगम शिमला, भारतीय अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति महासंघ, आजाद भारत विकास संगठन और नव युवा मंडल फागली।