सेब के 18 हजार पौधों पर आरी

अतिक्रमण करने वालों पर चल रहा विभाग का डंडा, पांच बीघा से ऊपर पर हो रही कार्रवाई

ठियोग- ठियोग वनमंडल के तहत ठियोग व देहा में वन भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों पर विभाग तथा प्रशासन की कार्रवाई जारी है। विभाग के अधिकारी बताते हैं कि ठियोग तथा कोटखाई में जगह-जगह अतिक्रमण को हटाने का कार्य चल रहा है, जिसके लिए कई टीमों का गठन किया गया है। ठियोग वन मंडल के तहत कोटखाई तहसील में भी राजस्व विभाग ने 540 बीघा भूमि से कब्जे हटा लिए हैं। जिन बागबानों के न्यायालय से फैसले हो चुके हैं, उसमें पांच बीघा से ऊपर अतिक्रमण करने वालों की जमीनों को खाली किया जा रहा है। कोटखाई में अब तक इस समय 18 हजार के करीब सेब के पौधों को काटा जा चुका है। कोटखाई में पांच बीघा से अधिक अवैध कब्जा करने के 81 मामले हैं। जिन्हें खाली करवाने के आदेश हो चुके हैं। कोटखाई तहसील में ही 540 बीघा से अवैध कब्जों का छुड़ाया जा चुका है।कुल मिलाकर ठियोग व कोटखाई में इस समय आठ सौ बीघा से अवैध कब्जों को खाली कर लिया गया है। ठियोग तहसील में 12 और देहा में 133 मामलों में अवैध कब्जों को छुड़ाने के आदेश न्यायालय की ओर से हो चुके हैं। इसके तहत करीब एक हजार बीघा वन भूमि से वन भूमि को खाली कर लिया गया है। जिसके लिए वन विभाग की टीम के अलावा राजस्व व पुलिस की मदद से अवैध कब्जों को हटाने का कार्य चल रहा है। ठियोग व देहा में कुल मिलाकर 250 बीघा भूमि से अवैध कब्जे खाली किए जा चुके हैं। हालांकि पांच बीघा से नीचे अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ अभी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ठियोग वन मंडल में ठियोग के अलावा कोटखाई देहा वन रेंज आती है, जिसमें सबसे अधिक मामले कोटखाई वन रेंज के हैं। ठियोग में पांच बीघा से अधिक अवैध कब्जा करने वालों के मामले कम हैं। ठियोग वनमंडलाधिकारी नितिन पटेल का कहना है कि वन विभाग द्वारा गठित की गई टीमों में जगह-जगह न्यायालय से जिनका फैसला आ चुका है उन्हें खाली किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन दिनों देहा तथा कोटखाई के बाघी के इलाके में वन भूमि को खाली करवाने का कार्य चल रहा है।

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