सैलानियों का मेला… होटलियर्ज खाली हाथ

धर्मशाला —पर्यटक सीजन पीक पर है और मकलोडगंज के होटलियर्ज खाली हाथ बैठे हैं। अप्रैल माह में जनवरी-फरवरी की तरह पड़ रही ठंडक से खुशगवार मौसम का सैलानी खूब लुत्फ उठा रहे हैं।  वीकेंड पर तो धर्मशाला व मकलोडगंज सहित आसपास के क्षेत्रों में सैलानियों का खूब जमाबड़ा लग रहा है। होटलों की कमी के चलते सैलानी वैकल्पिक व्यवस्था यानी टैंटिंग साइट को अधिक तरजीह दे रहे हैं, जिससे नए पर्यटन का भी आगाज हुआ है। जिन होटल कारोबारियों के पास बेहतर सुविधाएं हैं उनके पास तो इन दिनों खासकर वीकेंड पर फुल एक्यूपेंसी चल रही है। उधर, पर्यटन विभाग भी वन विभाग से मिलकर नई पर्यटन साइट डिवेलप करने के लिए प्रयास कर रहा है, जहां लोगों को पार्क, पार्किंग और शौचालय सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं मिल सकें।  पहाड़ी राज्य में पर्यटन व्यवसाय तो दिन व दिन बढ़ रहा है, लेकिन यहां आने वाले सैलानियों को सुविधाएं देने वाले काम की गति बहुत धीमी है। पर्यटन विभाग व प्रशासन ने कुछ नए स्थल चिन्हित कर वहां पर छोटे-छोटे पार्क, पार्किंग और  शौचालय आदि का निर्माण करने के लिए प्रस्ताव तैयार किए हैं।  इससे यहां आने वाले सैलानियों को  भ्रमण के लिए नए स्थान मिल सकें और शहर के चुनिंदा स्थानों पर बढ़ती भीड़ में भी कमी आ सके।   कुनाल पत्थरी, इंद्रुनाग, टी-गार्डन, नरघोटा और नड्डी के आसपास नए स्थानों से लेकर करेरी तक ऊंचे पहाड़ों में ट्रैकिंग के लिए सैलानियों को पहुंचाने के लिए नई साइट विकसित की जा रही है।

बार-बार के चक्करों से परेशान

मकलोडगंज में बिजली व पानी कट जाने से प्रभावित होटल कारोबारियों का कहना है कि वे सरकारी नियमों को पूरा करने के लिए तैयार हैं। इस तरह तुरंत प्रभाव से उनके बिजली व पानी काटे गए हैं, उसी तरह जब वे सरकारी नियमों को मामले के लिए लिखित में देने को तैयार हैं, तो उन्हें राहत मिलनी चाहिए। उनका कहना है कि सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने के बावजूद लंबे समय बाद भी उन्हें राहत नहीं मिल रही है।

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