स्वच्छ भारत अभियान की परवाणू में धज्जियां

 परवाणू —प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के राज्यपाल की महत्त्वाकांक्षी स्वच्छ भारत अभियान की हिमाचल के प्रवेश द्वारा परवाणू में धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, इसका जीता-जागता उदाहरण ईएसआई अस्पताल के गेट के साथ पोलिथीन में एकत्रित किया गया कूड़ा देखा जा सकता है। इससे एक ओर अस्पताल में आने वाले प्रतिदिन हजारों लोगों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है और लोगों का भारत के प्रधानमंत्री एवं हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल की स्वच्छ भारत अभियान के विषय में गलत संदेश जा रहा है, वहीं दूसरी ओर ईएसआई अस्पताल के गेट के साथ पड़े इस गंदगी के ढेर से संक्रमण फैलने का खतरा लगातार बना हुआ है। गौरतलब हो कि यह कूड़ा विगत शनिवार को परवाणू में ईएसआई के आसपास स्वच्छता अभियान में लगे निजी कर्मचारियों ने काली पोलिथीन में भरकर ईएसआई गेट के साथ छोड़ दिया था, ताकि नगर परिषद कर्मचारी इसे अपने वाहनों के माध्यम से उठा कर ले जाएंगे, लेकिन तीन दिन के बाद भी इस कूड़े को न तो परवाणू नगर परिषद ने उठाया और न ही इस अभियान का नेतृत्व करने वाली निजी कंपनी के जिम्मेदार अधिकारियों ने इसके बारे में कोई सुध ली। इस बारे में जब स्थानीय निगम पार्षद संजय यादव से जब संपर्क साधा तो उन्होंने कहा कि परवाणू में चलाए जा रहे इस स्वच्छता अभियान के बारे में मुझे कभी जानकारी नहीं दी गई और न ही उन्हें विश्वास में लिया गया। जो कंपनी इस अभियान का नेतृत्व कर रही है, वह सफाई करने में अपनी मनमर्जी करती है। इस संबंध में जब हमने नगर परिषद परवाणू के चेयरमैन ठाकुर दास शर्मा से संपर्क कर उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि-शनिवार के दिन चलाए गए स्वच्छ भारत अभियान में न तो नगर पालिका परिषद के कर्मचारी शामिल थे और न हमें इस बारे में जानकारी थी। इस कूड़े को स्वच्छ भारत अभियान में लगे अधिकारियों की जिम्मेदारी बनती है कि वे इसके बारे में नगर पालिका परिषद को सूचित करते यदि नहीं किया तो उन्हें स्वयं इसे उठाकर ले जाना चाहिए था। स्वच्छता अभियान में आपसी सामजस्य के अभाव में हिमाचल के प्रवेश द्वारा परवाणू में यह अभियान एक मजाक बन कर रह गया है।

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