हिमखंड खिसका, बाल-बाल बचे जवान

रोहतांग दर्रे की बहाली में जुटे बीआरओ के लिए मौसम ने बढ़ाई चुनौती

केलांग— रोहतांग दर्रे पर हिमखंड गिरने से बीआरओ के जवान बाल-बाल बचे हैं। सोमवार को दर्रे की बहाली का कार्य चल रहा था। ऐसे में तेज हवाओं के साथ अचानक दर्रे पर काम कर रहे बीआरओ के जवानों को जोरदार आवाज सुनाई दी। देखते ही देखते दर्रे के ऊपरी क्षेत्र से हिमखंड का सारा मलबा रोहतांग दर्रे के रास्ते पर आ गिरा। हालांकि इस घटना में किसी को कोई चोट नहीं आई है। रोहतांग दर्रे की बहाली में जुटे बीआरओ ने जहां सोमवार को दर्रा बहाल करने का लक्ष्य रखा था। वहीं, अचानक दर्रे पर तेज हवाओं का दौर शुरू हो गया है। इस बीच दर्रे के ऊपरी क्षेत्र से बर्फ का एक हिमखंड खिसकते हुए भारी मलबे के साथ सड़क पर आ पहुंचा। जैसे-तैसे बीआरओ के जवानों ने अपनी जान बचाई। वहीं, इसकी सूचना बीआरओ के उच्चाधिकारियों को दी गई। दर्रे पर हिमखंड गिरने से जहां रोहतांग बहाली का कार्य कुछ देर के लिए रोक दिया गया। वहीं, सोमवार को भी रोहतांग दर्रा बहाल नहीं हो सका। बीआरओ का कहना है कि दर्रे पर अचानक बदल रहे मौसम बीआरओ के लिए नई चुनौती बन गया है। हिमखंड के गिरने के बाद जहां सड़क पर काफी मलबा आ गया है। वहीं, बीआरओ को अब पहले इस मलबे को हटाना पडे़गा। लिहाजा, रोहतांग बहाली के लिए अब कुछ और समय लगेगा। बीआरओ के कमांडर कर्नल एके अवस्थी का कहना है कि रोहतांग दर्रे पर हिमखंड गिरने की सूचना है। उन्होंने बताया कि दर्रे पर अचानक खराब हुए मौसम के बीच यह घटना घटी है। हालांकि इस घटना में किसी भी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को मौसम को ध्यान में रखते हुए बीआरओ रोहतांग बहाली का काम शुरू करेगा। उन्होंने कहा कि दर्रे को बीआरओ के जवान दोनों तरफ से बहाल करने में जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि बीआरओ ने सोमवार को दर्रा बहाल करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन हिमखंड के गिर जाने से दर्रे की बहाली का काम रोक दिया गया है। उधर, मनाली लेह मार्ग पर स्थित बारालाचा दर्रा पर भी हाल ही हुए भारी हिमपात के बाद बीआरओ ने इस दर्रे पर भी नए सिरे से काम शुरू किया है। लिहाजा, मनाली-लेह मार्ग की बहाली के लिए अभी करीब एक माह और लगेगा।

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