5 सीटें…15 बच्चे

 धर्मशाला —धर्मशाला सहित जिला भर के नामी प्राइवेट स्कूलों में छात्रों को स्कूल लाने व वापस घर छोड़ने के लिए की गई यातायात व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। इस पर स्कूल प्रबंधन आंखें बंद कर चुपी साधे हुए है। इतना ही नहीं, परिजनों के इस मामले के खिलाफ आवाज उठाने पर स्कूल प्रबंधन भारी भरकम किराया थोपने का प्रोपोजल भी पुराने समय से रखते आ रहे हैं।  ऐसे में नियमों में बदलाव किया जाए तो स्कूल संबंधित बोर्ड चाहे व मुंबई, दिल्ली, धर्मशाला हो स्कूल प्रबंधन उच्च अधिकारियों से मिलने पहुंच जाता है, लेकिन उच्च न्यायलय छात्रों की सुरक्षा के लिए आदेश करता है तो स्कूल प्रबंधन सहित अन्य विभाग चुप्पी साध कर बैठे रहते हैं।  बुधवार को स्मार्ट सिटी धर्मशाला सहित जिला कांगड़ा पुलिस एक्शन मोड में नजर आई। पुलिस ने नामी स्कूलों के समीप नाके लगाकर ओवरस्पीड व ओवरलोडिंग कर चल रहे वाहनों के चालान काटकर जुर्माना भी लगाया। इस मामले को देखकर स्वयं पुलिस कर्मी भी हैरान रह गए। वाहन निर्माता कंपनी द्वारा पांच सवारियां बिठाने की मान्यता प्राप्त वाहनों में इन सर्विस प्रोवाइडरों ने 15 व इससे अधिक बच्चे सामान की तरह ठूंसे हुए थे। पुलिस ने इस घटना को देखकर हैरानी तो जताई, लेकिन इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को भी दी। इसके बाद पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों ने कोर्ट के आदेशों की पालना करते हुए जिला के सभी डीएसपी व थाना प्रभारियों और ट्रैफिक पुलिस को निर्देश जारी किए।

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