कस्तूरबा गांधी स्कूलों में जमा दो तक पढ़ाई

प्रदेश के छह विद्यालय होंगे अपग्रेड, एसएसए ने बनाया प्लान

शिमला— प्रदेश में निर्धन तबके के अभिभावकों के बच्चों को भी बेहतर शिक्षा मिल सके, इसके लिए छह कस्तूरबा गांधी विद्यालयों को अपग्रेड किया जाएगा। भारत सरकार की ओर से मिले निर्देशों के बाद एसएसए ने अपग्रेडेशन का कार्य कर दिया है। भारत सरकार की ओर से मिले निर्देशों के बाद ही एसएसए ने चंबा, शिमला और सिरमौर में स्थित आठ में से छह स्कूलों को अपग्रेड करने का फैसला लिया है। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय अपग्रेड होने के बाद यहां केजी से लेकर जमा दो तक छात्राओं को रहने खाने-पीने के साथ अन्य सभी मूलभूत सुविधाएं फ्री दी जाएंगी। बता दें कि मौजूदा समय में प्रदेश के इन विद्यालयों में केवल आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए ही  सुविधाएं दी जाती हैं। आठवीं कक्षा पास होने के बाद छात्रों को दूसरे स्कूलों में दाखिला लेना पड़ता था या फिर उन्हें आर्थिक स्थिति मजबूत न होने के चलते स्कूल छोड़ना पड़ता था।  हालांकि अब शिक्षा विभाग के राज्य परियोजना निदेशालय का दावा है कि अगले सत्र से इन स्कूलों को अपग्रेड कर दिया जाएगा और यहां जमा दो तक कक्षाएं भी लगनी शुरू हो जाएंगी। जानकारी के अनुसार अपग्रेडेशन के साथ एसएसए को केंद्र सरकार की ओर से यह बजट मिलेगा।

साल में एक बालिका पर 6000 खर्च

इन विद्यालयों में हर साल एक छात्रा पर 6000 हजार खर्च किए जाते है। इस बार के प्लान के अनुसार महंगाई को देखते हुए केंद्र सरकार बालिकाओं पर खर्च होने वाली राशि को बढ़ा भी सकती है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय ऐसे जिलों में खोले गए हैं, जहां पर आर्थिक स्थिति मजबूत न होने की वजह से छात्राओं को पढ़ाई लिखाई से दूर रहना पढ़ रहा हो। भले ही कस्तूरबा गांधी बालिका आश्रम में निर्धन व जरूरतमंद नौनिहाल पढ़ते हों, लेकिन इस साल इन विद्यालयों में छात्राओं का रिजल्ट शत-प्रतिशत रहा है।

अपने सपनों के जीवनसंगी को ढूँढिये भारत  मैट्रिमोनी पर – निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन!