किन्नौर में आग का तांडव

पांगी में एकाएक उठी लपटों ने राख के ढेर में बदले चार आशियाने

आग लगने के कारणों का नहीं चल पाया पता

प्रशासन ने पीडि़तों को सौंपी फौरी राहत

एक करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का नुकसान

रिकांगपिओ — जिला किन्नौर के पांगी गांव में शनिवार रात को अचानक आग लगने  से एक करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जलकर राख हो गई है। हालांकि  इस आगजनी में किसी भी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ  है, परंतु चार परिवारों के आशियाने जलकर राख हो गए हैं।  यह परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए हैं। जानकारी के अनुसार शनिवार रात को  नेत्र सिंह के मकान में अचानक आग लग गई, जिसने आसपास के मकानों को भी आग ने अपनी चपेट में ले लिया। इस घटना में  चार परिवारों के मकान व उनमें रखा सामान पूरी तरह जलकर राख हो गया है, जबकि एक अन्य मकान को भी नुकसान पंहुचा है तथा एक परिवार के सेब के पौधे भी आग की भेंट चढ़ गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार पांगी के नेत्र सिंह पुत्र किशन भगत, प्रवीण कुमार पुत्र कृष्ण भगत, कृष्ण भगत पुत्र जय नंद तथा हेम राज पुत्र कलमी राम के मकान पूरी तरह जलकर राख हो गए हैं तथा सुभाष चंद के मकान को नुकसान हुआ है, जबकि इस आगजनी में पांगी गांव के कुछ परिवारों के  लगभग दो दर्जन सेब व खुमानी आदि के पौधे भी   जल गए हैं। शनिवार रात को लगभग 12ः30 बजे जब आग लगी तो ग्रामीणों ने इसकी सूचना अग्निशमन केंद्र रिकांगपिओ को देने की कोशिश परंतु वहां का फोन खराब होने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो पाया, जिससे अग्निशमन के कर्मचारी समय पर वहां नहीं पंहुच सके लिहाजा  आग पर काबू नहीं हो पाया । आग लगने पर ग्रामीणों में अफरा तफरी मच गई तथा ग्रामीण मिलकर आग पर काबू पाने की कोशिश करने लगे परंतु आग इतनी तेजी से फैल रही थी कि उस पर काबू पाना मुश्किल हो गया  । इसी बीच आग लगने की सूचना  आईटीबीपी रिकांगपिओ को भी दी गई। जवानों ने वहां पहुंचकर आग पर काबू पाया।  रविवार सुबह एसडीएम कल्पा मेजर अवनिंद्र , डीएसपी किन्नौर व तहसीलदार कल्पा मौके पर पंहुचे तथा घटना स्थल का जायजा लिया। वहीं सूचना मिलते ही रिकांगपिओ से पुलिस भी मौके पर पंहुची । एसडीएम  ने बताया कि आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है । प्रशासन की ओर से प्रभावितों को साढ़े सात सात हजाररुपए की फौरी राहत तथा राशन,टैंट व अन्य आवश्यक सामग्री दे दी गई है। नुकसान का जायज लिया जा रहा है।

काश! टेलीफोन ठीक होता तो कुछ तो बच पाता…

किन्नौर जिला मुख्यालय स्थित आपातकालीन सेवा अग्निशमन केंद्र का टेलीफोन  कई दिनों से ठंप है । शिकायत करने के बाद भी बीएसएनएल विभाग ने ठीक नहीं है, जिस कारण  केंद्र को सूचना समय पर नहीं मिली। सूचना समय पर मिलती तो पांगी गांव के लगी आग को समय पर काबू पाई जाती और चंद आशियाना तो बच पाते। ऐसे में सवाल उठता है कि बीएसएनएल विभाग ने आपातकालीन सेवा को समय पर ठीक क्यों नही की और पांगी के लोगों के जो आशियानक जल कर खाक हो गए है उनकी भरपाई कौन करेगा।

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