कुलदीप के लोक गीतों पर नाचे दर्शक 

संगड़ाह  —सिरमौर जनपद के सबसे पुराने बिशु मेलों में शामिल अंधेरी बिशु की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में ख्याति प्राप्त नाटी गायक कुलदीप शर्मा की नाटियों व फास्ट बीट के गीतों पर दर्शक जमकर थिरके। पच्छाद के विधायक एवं भाजपा नेता सुरेश कश्यप द्वारा बुधवार को अंतिम संध्या का औपचारिक शुभारंभ किया गया। नाटी सम्राट के नाम से मशहूर कुलदीप शर्मा ने गुरु वंदना के बाद मशहूर पारंपरिक नाटी मोहरू दी ताजी दासिया से अपने कार्यक्रम का आगाज किया। इसके बाद उन्होंने नाचे दी आवें ली लाड़कू, सुरमणीए हो मेरी व केरकी तू चाली जुरिए नामक अपनी मशहूर नाटियों से दर्शकों की वाहवाही लूटी। कुलदीप द्वारा प्रस्तुत नाटी ऐसी मुजरे जोगी जवाना व मुंदड़ी जोगे न तेरे कानो ने भी दर्शकों की तालियां बटोरी। शर्मा द्वारा प्रस्तुत फास्ट बीट के लोकगीत मेरी प्रीति जिंटा कोथे चाली तूए मेरी भाभी एए छुमकुआ रे व जूरी रा केरुणा की आदि पर तो दर्जनों युवा दर्शक नाचते-नाचते मंच के सामने ताक आ धमके। शिमला जिला के संबंध रखने वाले कुलदीप शर्मा के दल की अदाकाराओं द्वारा प्रस्तुत नाटी व लोक नृत्य ने भी दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। सिरमौरी लोक गायक दीपक चौहान, कल्पना तोमर, पूनम, दलीप कुशल, जयपाल व रीना आदि द्वारा भी अंतिम सांस्कृतिक संध्या में नाटी व लोकगीत प्रस्तुत किए गए। जमा दो विद्यालय लुधियाना के छात्रों द्वारा भी अंतिम संध्या व समापन समारोह के दौरान लोक नृत्य पेश किए गए। मुख्यातिथि सुरेश कश्यप ने जुब्बड़ मैदान में अंतिम तीर चलाकर परंपरा के मुताबिक मेले का समापन किया। इस अवसर पर किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बलदेव तोमर व स्थानीय भाजपा नेता बलवीर चौहान बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे।

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