कुल्लू-मंडी-शिमला-किन्नौर में आग का तांडव

बंजार, पद्धर, पंडोह, रामपुर बुशहर, भावानगर— हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में सुलगी चिंगारी ने लोगों को झकझोर कर रख दिया । एक ही दिन में चार जिलों में आग ने जमकर कहर मचाया है। बंजार उपमंडल के दुर्गम गांव घियागी में मंगलवार को अग्नि के तांडव ने सात घरों को राख के ढेर में तबदील कर दिया है। इस अग्निकांड की घटना में सात घर काष्ठकुणी  शैली के जलकर पूरी तरह स्वाह हो गए हैं , जिससे 48 परिवार बेघर हो गए हैं। आगजनी में तीन गउएं और भेड़-बकरियां भी जिंदा जल गई हैं। आजगनी की घटना के पीछे का कारण बिजली की तारों में शार्ट सर्किट होना बताया जा रहा है।  इस घटना में दस करोड़ रुपए की संपत्ति राख होने का अनुमान लगाया जा रहा है।   बंजार के एसडीएम एमआर भारद्वाज ने बताया कि पीडि़त परिवारों को बीस-बीस हजार रुपए की फौरी राहत प्रदान कर दी गई है। इसके अलावा एक महीने का राशन, टैंट, कंबल और अन्य आवश्यक सामग्री भी उपलब्ध करवा दी गई है।  कानूनगो मनी चंद ने बताया कि  तारा चंद  और जोगिंद्र सिंह  की तमाम संपत्ति जलकर राख हो गई। प्रशासन की ओर से दोनों परिवारों को 10-10 हजार की फौरी राहत और एक-एक तिरपाल जारी कर दिया गया है। वहीं, मंडी के जनपद पर द्रंग क्षेत्र की ग्राम पंचायत घ्राण के गांव बीहनधार में सोमवार को सायं चार के करीब दो मंजिला छह कमरों का मकान स्वाह हो गया।  मकान मलिक व परिवार के साथ विवाह समारोह में शामिल होने गए थे।  ग्रामीणों ने आग बुझाने की कोशिश की। मगर वे नाकाम रहे । सूचना मिलते ही पंडोह से बीबीएमबी की फायर बिग्रेड पहुंच गई,  लेकिन तब तक सब कुछ स्वाह हो चुका था। मकान मालिक श्याम सिंह पुत्र महेंद्र सिंह निवासी बीहनधार ने बताया कि मेरी सारी उम्र की कमाई चंद मिनटों में राख के ढेर बदल गई।  श्याम सिंह ने बताया कि थोडे़ दिनों के बाद मेरे बेटे का विवाह था। विवाह का सारा सामान कपड़ा, राशन कुछ कैश भी रखा था, वह सारा राख हो गया है।  परिवार ने तन पर जो कपडे़ पहने हैं, वही बचे हैं। इस घटना में करीब 25 लाख का नुकसान हुआ है। अन्य ग्रामीणों ने इनके रहने व खाने की व्यवस्था की है।   राजस्व विभाग के अधिकारियों ने दौरा किया और दस हजार की फौरी राहत राशि दी  आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। शकां जताई जा रही है कि  शॉर्ट सर्किट से आग लगी है। पूर्व पंचायत घ्राण प्रधान  लते राम ठाकुर ने बताया कि गांव में यह परिवार निर्धन है। राहत राशि बहुत कम है। उन्हें और अधिक राहत राशि दी जाए। वही द्रगं के पूर्व विधायक एवं मंत्री ठाकुर कौल सिंह ने प्रभावित परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है और प्रशासन से मांग की है कि पीडि़त प्रभावित परिवार की और अधिक मदद की जाए। एक अन्य मामला शिमला के रामपुर में पेश आया है। यहां खनेरी के एक घर में आधी रात को आग लग गई, जिससे लाखों का नुकसान हो गया। गनीमत यह रही कि अंदर सोई महिला और उसके बेटे को समय रहते आग की भनक लग गई और उन्होंने वहां से भागकर अपनी जान बचाई। आग मनीष आनंद पुत्र हरबंस आनंद के घर में लगी। घर पर उनकी पत्नी आरती आनंद और उनका बेटा आत्मिक आनंद ही थे। आरती आनंद ने कहा कि  आधी रात  1 बजे वह पानी पीने के लिए उठी तो देखा कि बाहर वाले कमरे के एक हिस्से में आग की लपटें उठ रही हैं। जबकि साथ वाले स्टोर रूम से धुआं ही धुआं बाहर निकल रहा है।  आरती ने आनन-फानन में सबसे पहले अपने बेटे को उठाया और बाहर की और भागी। जानकारी के मुताबिक इस रूम के साथ खिड़की के सामने फ्रिज रखा हुआ था। ऐसे में यह ही अंदेशा लगाया जा रहा है कि फ्रिज में शॉट सर्किट हुआ और आग सबसे पहले पर्दे में लगी जिसके बाद आग भीतर की और फैल गई। नायब तहसीलदार देवा चंद ने बताया कि प्रभावितों को दस -दस हजार की फौरी राहत दे दी है।इसके अलावा किन्नौर में भी आग ने कहर बरपाया है। ग्राम पंचायत बरी के रावा उप महाल में सोमवार  रात को आग लगने के कारण तीन मौसमी रिहायशी मकान जल कर राख हो गए।  घटना में एक गाय व एक बछड़े के भी जल जाने की सूचना है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार रात करीब दस से ग्यारह बजे रावा उप महाल के तिचिउदे में अचानक आग लग जाने से वहां बनाए गए तीन मौसमी रिहायशी मकान आग की चपेट में आ गए। दो मकान तीन मंजिला व एक मकान चार मंजिल का था।   आगजनी के कारण सात परिवार प्रभावित हुए हैं।   प्रशासन द्वारा राजस्व विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया ।  टीम द्वारा शुरुआती तौर पर करीब 15 लाख के नुकसान का आंकलन किया गया है। एसडीएम भावानगर घनश्याम दास शर्मा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रभावितों को नियमों के तहत मुआवजा प्रदान किया जाएगा।

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