गंगभैरो सरोवर के वजूद पर मंडराए संकट के बादल

गगल —गंगेश्वर महादेव गंगभैरो में ऐतिहासिक सरोवर के वजूद खतरे में पड़ गया है। गर्मी में सरोवर में पानी घटने से सैकड़ों मछलियों के मरने की आशंका बन गई है। तालाब के चारों ओर दुर्गंध फैल गई है, वहीं तमाम नेता, समाजसेवी और पंचायतें अनजान बनी हुई हैं। शीघ्र अगर तालाब में सुधार न हुआ, तो हालात बिगड़ सकते हैं। जानकारी के अनुसार तालाब को सींचने वाली कूहल में पानी कम हो गया है। चूंकि सुबह-शाम मछलियों को दाना डालने के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं। इनमें ज्यादातर आटे की चोग का इस्तेमाल करते हैं। मंदिर के संरक्षक बाबा टहलगिर ने बताया कि आग्रह करने के बावजूद कई लोग नहीं मानते, नतीजतन गर्मी के मौसम में कई मछलियां मर जाती हैं। बहरहाल स्थानीय लोगों ने धर्मशाला-कांगड़ा के विधायकों और जिला प्रशासन से मांग उठाई है कि शीघ्र सरोवर की दशा  सुधारी जाए।

किशन कपूर और पवन काजल ने नहीं की पहल

मटौर – धर्मशाला एनएच पर स्थित ऐतिहासिक धर्मस्थल गंगभैरों में शिव व हनुमान मंदिर के अलावा कई मंदिर हजारों लोगों की आस्था का प्रतीक हैं। मंदिर में आए दिन धार्मिक आयोजन होते हैं। इसमें आमजन से लेकर वीआईपी तक हाजिरी भरते हैं, लेकिन इसकी दुर्दशा पर कोई ध्यान नहीं देता। यह क्षेत्र धर्मशाला और कांगड़ा विधानसभा क्षेत्रों की सीमा पर है। धर्मशाला से विधायक एवं काबीना मंत्री किशन कपूर और कांगड़ा के विधायक पवन काजल भलि भांति तालाब की दुर्दशा से वाकिफ हैं, लेकिन अभी तक दोनों ओर से कोई पहल नहीं हुई।

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